Jammu News: शुक्रवार यानी आज से जम्मू में भूमि पूजन के साथ भोले बाबा के भक्तों का पहला जत्था बूढ़ा अमरनाथ यात्रा पर रवाना हो गया है. प्रशासन ने हरी झंडी दिखाकर जत्थे को जम्मू से रवाना किया. यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने मार्ग पर गुरसाई गांव समेत एक दर्जन गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. एलओसी के साथ बसे गांवों में भी ये सर्च ऑपरेशन चलाया गया ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
बाबा बुड्ढा अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुआ पहला जत्था
श्रद्धालुओं का पहला जत्था शनिवार को पुंछ की मंडी तहसील के राजपुरा गांव में भगवान शिव को समर्पित बूढ़ा अमरनाथ मंदिर पहुंचेगा. बता दें कि यह मंदिर जम्मू क्षेत्र के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और यात्रा के दौरान यहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं. इस यात्रा को हर साल सावन महीने में शुरू किया जाता है. इस यात्रा के दौरान भक्त मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं और भगवान शिव का आशीर्वाद लेते हैं. बूढ़ा अमरनाथ मंदिर में प्राकृतिक रूप से एक बर्फ का शिवलिंग बना है. इसकी लोग पूजा करते हैं. ये यात्रा छड़ी मुबारक के आगमन के साथ ही समाप्त होती है.
बुड्ढा अमरनाथ की दर्शन के बिना अधूरी है अमरनाथ यात्रा
दशनामी अखाड़ा पुंछ का यह तीर्थ स्थल पुल्सता नदी के किनारे है. यह नदी पवित्र मानी जाती है और श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करने से पहले इसमें स्नान करते हैं. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने कश्मीर में स्थित अमरनाथ की गुफा में माता पार्वती को जो अमरता की कथा सुनाई थी उसकी शुरुआत बुड्ढा अमरनाथ के स्थान से ही हुई थी और अब यह मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन के बिना अमरनाथ की कथा ही नहीं बल्कि अमरनाथ यात्रा भी अधूरी है.