Kalki Avatar: हिंदू धर्म शास्त्र और पुराणों में भगवान विष्णु के दशावतारों का वर्णन है जिनमें से 9 अवतार हो चुके हैं अब 10 वी अवतार का आना बाकी है. विष्णु पुराण के 10 वें खंड में लिखा गया है की भगवान विष्णु कलयुग में कल्कि अवतार में जन्म लेंगे. तो चलिए भगवान विष्णू के कल्कि अवतार के बारे में विस्तार से जानते हैं.
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कलयुग के अंत में सावन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि भगवान विष्णु कल्कि अवतार में जन्म लेंगे. कल्कि अवतार भगवान विष्णु के ऐसे अवतार हैं जिनकी पूजा उनके जन्म से पहले से ही की जा रही है. स्कंद पुराण के वराह खंड में भगवान कल्कि की महत्ता वर्णित है. जिसमें स्पष्ट किया गया है कि, 68 तीर्थों व 19 धर्म कूपों वाली इस नगर में भगवान विष्णु कल्कि अवतार में जन्म लेंगे.
धर्म शास्त्र में कलयुग की पूर्ण अवधि चार लाख बत्तीस हजार रुपये बताई गई है. ऐसे में देखा जाए तो इस युग की अब तक लगभग 6 हजार वर्ष बीत चुके हैं. विद्वानों का मानना है कि जब इंसान की आयु 20 से 32 वर्ष ज्यादा माने जाने लगेगी तब कलयुग में धर्म का नाम ही सुनने को नहीं मिलेगा. रक्षक भक्षक बन जाएंगे. भूख प्यास से इंसान कराहने लगेगा. तब उस वक्त भगवान विष्णु कलयुग में कल्कि अवतार लेंगे.
आपको बता दें कि भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि भगवान के कई मंदिर अभी से बन गए हैं जहां उनकी पूजा भी की जाती है. भगवान विष्णु का ये पहला अवतार हैं जो अपनी लीला दिखाने से पहले ही पूजे जाने लगे हैं.