Maa Kalratri: शारदीय नवरात्र चल रहा है, वहीं आज इसका सातवां दिन है. बता दें कि महासप्तमी को देवी कालरात्रि की विशेष अराधना की जाती है. वैसे तो मां कालरात्रि का रुप बहुत ही भयानक है, किन्तु मां जगत जननी अपने सारे भक्तों के लिए बेहद दयालु, कृपालु, ममतामयी हैं. कहा जाता है, देवी कालरात्रि की उपासना एवं अराधना से हर तरह के कष्टों का विनाश होता है.
मां कालरात्री के बारे में कहा जाता है कि, जीवन की प्रत्येक मुश्किलें कुछ ही समय में इनकी पूजा से दूर होने लगती है. इतना ही नहीं मां के इस रूप के आगे कोई टिक नहीं पाता है, असुर मानों मां की चाकरी करने लगते है. मां कालरात्री जब रूठ जाती हैं तो, इन्हें मनाना बहुत कठिन हो जाता है. जिन व्यक्तियों के काम में शत्रु बाधा कर रहे हैं या तो, कोर्ट कचहरी का चक्कर लग रहा है, उन्हें मां कालरात्रि की अराधना जरुर करनी चाहिए. मां कालरात्रि को अधिक प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि के सातवें दिन रात्रि के समय माता को भोग अर्पित कर पूजा करके पूरी रात जगराता करें, एवं उनकी आरती करें. ऐसा करने करने से मां भगवती बहुत खुश होती हैं.
1- शनि पीड़ा मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
नवरात्र के महा सप्तमी के दिन मां कालरात्रि के इन मंत्रों का जाप करते समय कालीमिर्च, द्रव्य, सरसों, दालचीनी इत्यादि से हवन आप हवन करें. मां के सामने बैठ कर शनि की महादशा से राहत पाने की प्राथना करें. वहीं कहा जाता है कि, इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं, और अशुभ प्रभाव का आपके जीवन में नहीं पड़ता है.
2- शत्रु बाधा से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
नवरात्रि के सातवें दिन निशिता काल मुहूर्त में ‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै नमः’ मंत्र का सवा लाख बार जप करने के बाद रात्रि समय जागरण करें एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. कहते हैं ऐसा करने से ये मंत्र सिद्ध हो जाता है, और आपके समस्त परिवार के जीवन से भय-शत्रु बाधा दूर हो जाते हैं.
3- भय से छुटकारा पाने के उपाय
मां कालरात्री की पूजा से आपके जीवन में बुरे सपने आने बंद हो जाते हैं. महासप्तमी पर देवी के 32 नाम का जप बहुत ही लाभकारी होता है. भय से छुटकारा मिलता है.