Navratri: आज नवरात्र की षष्ठी, मां कात्यायनी की विशेष अराधना

Navratri: शारदीय नवरात्र का पर्व नवदुर्गा की भक्ति की अराधना का पर्व है. वहीं इस दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की अराधना की जाती है. जबकि मां भगवती के ये रूप आपको जीवन की नई सीख देती है. इतना ही नहीं मां के इस रूप की पूजा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. मां […]

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Navratri: शारदीय नवरात्र का पर्व नवदुर्गा की भक्ति की अराधना का पर्व है. वहीं इस दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की अराधना की जाती है. जबकि मां भगवती के ये रूप आपको जीवन की नई सीख देती है. इतना ही नहीं मां के इस रूप की पूजा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.

मां दुर्गा ने किया महिषासुर वध

नवरात्रि के नौ दिन तक मां के अनेक रूपों की अराधना की जाती है. मां दुष्टों का संहार करने वाली है. बता दें कि, इस दरमियान लोग उपवास भी रखते हैं, साथ ही साथ कई स्थानों पर जगरातें और मेले का आयोजन किया जाता है. वहीं प्रत्येक भक्त मां की भक्ति में डूबा नजर आता है.

मां कात्यायनी की अराधना

आज के दिन मां कात्यायनी की विशेष रूप से पूजा की जाती है. वहीं जीवन में आत्मसात करके आप उनसे सबक ले सकते हैं, जिससे आपको वित्तीय चुनौतियों संग जीवन के अनेक पहलुओं से बचने के लिए मार्गदशन मिल सकते है. कहा जाता है कि, मां दुर्गा का ये अवतार जीवन के मूल्य एवं आदर्शों की शिक्षा प्रदान करते हैं.

पूजा का विशेष महत्व

मां कात्यायनी की अराधना अमोघ फलदायिनी हैं, कहा जाता है कि, देवी कात्यायनी जिस पर प्रसन्न हो जाएं उसे अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है. वहीं देवी भागवत पुराण के अनुसार देवी के इस स्वरूप की अराधना करने से शरीर कांतिमान हो जाता है. जबकि पूजा से गृहस्थ जीवन सुखमय रहता है. साथ ही साधक के रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा मिट जाते हैं. इसके साथ ही शत्रुओं पर विजय प्राप्ति करने के लिए मां कात्यायनी की अराधना की जाती है. मां जननी नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली हैं.