Padmini Ekadashi 2023: इस साल पद्मिनी एकादशी 29 जुलाई को मनाई जाएगी. यह एकादशी अधिक मास की पहली एकादशी है. इस साल पद्मिनी एकादशी पर ब्रह्म योग बन रहे हैं. इस तिथि पर भगवान विष्णु के साथ पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा करने से महापुण्य फल मिलता हैं.
19 साल बाद पद्मिनी एकादशी तिथि पर ब्रह्म योग बन रहे हैं. इससे पहले 2004 में ऐसा हुआ था. चातुर्मास के चलते सावन और अधिक मास का संयोग बनने से भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का पुण्य दोगुना हो जाता है. इस तिथि पर भगवान विष्णु के सभी अवतारों की विशेष पूजा करने की परंपरा है. इस दिन श्री हरि विष्णु के लिए भक्त उपवास रखते हैं साथ ही सुबह शाम तुलसी की पूजा करते हैं और दीपक भी जलाते हैं.
पद्मिनी एकादशी के दिन करें पीपल और तुलसी के पौधे की विशेष पूजा-
अधिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर पीपल के पौधे की पूजा करना उत्तम माना गया है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर पानी में गंगाजल, कच्चा तिल मिलाकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है साथ ही पितृ भी तृप्त होते हैं.
वहीं इस दिन तुलसी पूजा भी करना अच्छा माना गया है. इस दिन दूध और पानी से भगवान शालिग्राम जी का अभिषेक करें और पूजन सामग्री चढ़ाना चाहिए. अभिषेक के बाद उस जल को खुद ग्रहण करें और बकी तुलसी के पौधे में चढ़ा दें. इसके बाद हल्दी, चंदन, फुल, मिष्ठान आदि अर्पण कर माता तुलसी की पूजा करें.
पद्मिनी एकादशी के दिन दान करना बेहद उत्तम माना गया है. कहा जाता है कि, इस दिन अन्न और कपड़ो के दान करने से महापुण्य मिलता है. इसलिए पद्मिनी एकादशी के दिन जरूरतमंदों को अन्न और कपड़ो का दान अवश्य करें.