Pitru Paksha 2023: हिंदू धर्म में जीवन के सभी कष्टों को दूर करने और ग्रह दोष को शांत करने के लिए दान का विशेष महत्व है. इन्हीं दानों में से एक तुलादान भी है. सनातन धर्म में पुण्य के फलों को दिलाने वाले तुलादान का बहुत ज्यादा महत्व है. माना जाता है कि इसमें किसी भी व्यक्ति के भार के बराबर अनाज दान करने का महत्व होता है . किसी पर्व विशेष पर किसी पवित्र नदी में स्नान करने के बाद किसी तीर्थ पर किसी योग्य व्यक्ति को दान देने से पुण्य दोगुना बढ़ जाता है. जीवन में सभी तरह के कष्टों से मुक्ति पाने के लिए ज्योतिष तुलादान की सलाह देते हैं.
वैसे तो आम तौर पर जब सूर्य अपनी परिक्रमा के बीच धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है. तो मकर संक्रांति के अवसर पर काफी संख्या में लोग तुलादान करते हैं. पितृ पक्ष के मौके पर भी तुलादान करना बेहद फलदायी माना जाता है. दरअसल पितृ पक्ष में पितरों के तर्पण के लिए गौ आहार दान का विशेष महत्व है. इस दौरान लोग गौशाला में तुलादान के रूप में गौ का आहार दान करते हैं. ऐसा करने से तुलादान का भी लाभ प्राप्त होता है.
ऐसे करें तुलादान-
तुलादान करने करने के लिए किसी भी व्यक्ति गौशाला में जाकर अपने वजन के बराबर किसी भी गौ का आहार दान कर सकते हैं. तुलादान करने वाले व्यक्ति को तराजू पर अपने वजन के बराबर गौ आहार सामग्री की राशि गौशाला में देखकर रसीद प्राप्त करना होता है.
इसके अलावा आप गौशाला में दर्रा, चोकर, गुड़, खल्ली, कुट्टी तुला दान कर सकते हैं. इसके अलावा तुलादान करने के लिए आप चाहें तो नवग्रह से जुड़े अनाज को या फिर सतनजा जैसे कि गेहूं, चावल, दाल, मक्का, ज्वार, बाजरा, साबुत चना दान कर सकते हैं.
इस दान के लिए रविवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है. अगर आप इसे करने में सक्षम नहीं है तो आप चाहें तो आप पक्षियों को डाले जाने वाले अनाज का तुलादान कर सकते हैं और उसे प्रतिदिन पक्षियों को खाने के लिए डाल सकते हैं.