Somwar Vrat for Shiva: देवों के देव महादेव शिव को अजर अमर और अविनाशी कहा गया है। महादेव को भोले भंडारी इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये जल्दी ही अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाते हैं औऱ उन पर कृपा कर देते हैं। महादेव और पार्वती का अमर साथ है और पार्वती मां भले ही अलग अलग जन्म लेती रहीं लेकिन शिव कृपा से हर बार उनको शिव की पति के रूप में प्राप्त होते रहे। ऐसे में इस अमर जोड़ी से मनचाहे जीवनसाथी का आशीर्वाद कीजिए तो सोमवार का व्रत बहुत फलदायी माना जाता है। अविवाहित कन्याएं सोमवार का व्रत करती हैं और महादेव और पार्वती मां की पूजा करती हैं। सोमवार का व्रत घर में सुख शांति, संतान सुख और पारिवारिक सुख के लिए भी रखा जाता है। चलिए जानते हैं कि सोमवार का व्रत कैसे किया जाता है, इस व्रत में महादेव की पूजा विधि क्या है और व्रत में क्या नियम अपनाए जाते हैं। साथ ही जानेंगे व्रत में क्या खाएं और क्या ना खाएं।
सोमवार के व्रत की विधि
सोमवार का व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह नहा धोकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा का संकल्प लेना चाहिए। इसके बाद एक चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और मां पार्वती की मूर्ति या भी तस्वीर रखें और उसके आगे पानी से भरा एक कलश रखें। अब हाथ में गंगाजल लेकर पूजा का संकल्प लें. इसके पश्चात भगवान शिव और मां पार्वती को चंदन, रोली का तिलक करें, उनको सफेद रंग के फूल अर्पित करें औऱ फल आदि का भोग लगाएं। अब भगवान शिव और मां पार्वती को पान सुपारी, लौंग इलाइची, बताशे और पंचामृत का भोग लगाएं। इसके पश्चात धूप दीप से भगवान की आरती करें और सोमवार की कथा सुने। इसके पश्चात मंदिर में जाकर शिवलिंग पर गंगाजल मिले जल का अभिषेक करें और उनको बेल पत्र अर्पित करते हुए मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें। इस दिन व्रत रखने वाले सुबह की पूजा के बाद कुछ खा सकते हैं लेकिन इस दिन फलाहार की खाना चाहिए। सांयकाल को भगवान शिव और मां पार्वती की विधिवत पूजा करें और उनकी आरती करें। इसके बाद व्रत का पारण किया जा सकता है। इस दिन शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
सोमवार के व्रत में शिव को पसंदीदा भोग लगाएं
सोमवार का व्रत कर रहे हैं तो शिव महादेव को प्रसन्न करने के लिए उनको उका पसंदीदा भोग जरूर लगाना चाहिए। शिव को पंचामृत पसंद है और इसके साथ ही शिव महादेव को मालपुआ पसंद है। कहा जाता है कि महादेव और पार्वती के विवाह में मालपुआ बना था और इसलिए ये शिव को काफी पसंद है। आप इस दिन पंचामृत बनाकर भोग लगाएं और साथ ही मालपुआ बनाकर महादेव को भोग लगाएं जिससे शिव बेहद प्रसन्न हो जाते हैं। महादेव की पूजा के बाद पंचामृत और मालपुआ प्रसाद में बांट देना चाहिए।
सोमवार के व्रत की खास बातें और उपाय
अगर आप किसी खास भी मनोकामना पूर्ति के लिए सोमवार के व्रत कर रहे हैं तो आपको सोलह सोमवार तक व्रत करने चाहिए। सोमवार के दिन शिव भगवान की पूजा के बाद महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करने पर महादेव प्रसन्न होकर मनोकामना पूरी करते हैं।
सोमवार के व्रत में पूजा के समय शिवलिंग का जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक करना अनिवार्य होता है। इससे महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं। जलाभिषेक करते समय शिव भगवान को अक्षत, चंदन, बेल पत्र, धतूरे के बीज और आंकड़े के फूल अर्पित करने चाहिए। इससे करियर में सफलता मिलती है औऱ तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं।
जिन लोगों के विवाह में देर हो रही हो, उनको सोमवार के व्रत के दौरान शिव महादेव के साथ साथ पार्वती मां की पूजा जरूर करनी चाहिए। शिवलिंग के अभिषेक के बाद लाल कलावे से शिवलिंग और मां पार्वती का गठबंधन करने पर विवाह के योग जल्दी बनते हैं।
सोमवार के व्रत में ध्यान देने वाली बातें –
सोमवार के व्रत में अन्न नहीं खाया जाता है।
इस दिन सेंधा नमक का प्रयोग करना चाहिए।
सोमवार के व्रत में कुट्टू का आटा और सिंघाडे का आटा प्रयोग में लाना चाहिए।
सोमवार के व्रत में आप फलाहार भी कर सकते हैं।
सोमवार के व्रत में काले रंग के वस्त्र पहनकर महादेव की पूजा नहीं करनी चाहिए।
सोमवार के व्रत में शिव महादेव को तुलसी के पत्ते अर्पित नहीं करने चाहिए।
सोमवार के व्रत में शिव महादेव का दूध, शहद, दही, गंगाजल आदि से अभिषेक करने पर शिव प्रसन्न होते हैं।
सोमवार के व्रत में शिवलिंग पर नारियल अर्पित करना चाहिए।