Vastu Tips: घर में इस तरह लगाइए पवित्र मोरपंखी का पौधा, खिंची चली आएंगी धन दौलत और बच्चे होंगे होशियार

Morpankhi Plant: वास्तु शास्त्र (Vastu Tips)में घर के अंदर और आस पास सकारात्मकता के उपाय बताए जाते हैं। इसके तहत घर में सुख समृद्धि और शांति लाने वाले पेड़ पौधों का जिक्र होता है। ऐसा ही एक पौधा है मोरपंखी का पौधा। वास्तुशास्त्र में मयूरपंखी के पौधे यानी मोरपंखी (Morpankhi plant) के पौधे को धन […]

Date Updated
फॉलो करें:

Morpankhi Plant: वास्तु शास्त्र (Vastu Tips)में घर के अंदर और आस पास सकारात्मकता के उपाय बताए जाते हैं। इसके तहत घर में सुख समृद्धि और शांति लाने वाले पेड़ पौधों का जिक्र होता है। ऐसा ही एक पौधा है मोरपंखी का पौधा। वास्तुशास्त्र में मयूरपंखी के पौधे यानी मोरपंखी (Morpankhi plant) के पौधे को धन को आकर्षित करने वाला पौधा बताया गया है और कहा गया है कि इसे घर में लगाने से ना केवल धन की बढ़त होती है बल्कि बच्चे पढ़ाई में होशियार भी बनते हैं। आम भाषा में इस पेड़ को विद्या का पेड़ कहा जाता है। बच्चे जब छोटे होते हैं तो तेज बुद्धि के लिए इस पेड़ के पत्ते अपनी किताबों में रखते आए हैं। इस पौधे को धन चुंबक भी कहा जाता है क्योंकि अगर इसे सही तरह और सही जगह लगाया जाए तो ये धन को अपनी ओर खींचता है और इसे लगाने पर घर परिवार वालों का भाग्य चमक उठता है। चलिए आज जानते है कि वास्तु के अनुसार मोरपंखी का पौधा कहां औऱ किस तरह लगाना चाहिए ताकि घर में हमेशा धन की बरकत रहे और बच्चे विद्यावान बनें।

मोरपंखी पौधे की दिशा क्या होनी चाहिए direction of morpankhi plant
वास्तु विज्ञान में कहा गया है कि मोरपंखी पौधा सकारात्मकता का प्रतीक है और इसे घर के उत्तर या पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इसे इन दोनों दिशाओं में रखने पर शुभ फल प्राप्त होते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो मोरपंखी को घर के प्रवेश द्वार पर भी रखा जा सकता है। इससे ये पॉजिटिव एनर्जी को आमंत्रित करता है और इसके शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। इसे अगर आप गलत दिशा में रखते हैं तो घर में नकारात्मकता आती है और घऱ परिवार के लोग बीमार पड़ने लगते हैं।

हमेशा जोड़े में लगाना चाहिए मोरपंखी का पौधा
वास्तु विज्ञान में कहा गया है कि मोरपंखी को कभी भी अकेले नहीं लगाना चाहिए। जब भी आप इसे लगाएं तो जोड़े में लगाएं या एक साथ दो पौधे लगाएं। इससे घऱ में पति पत्नी के बीच प्यार औऱ अपनापन बना रहता है। अगर एक पौधा किसी वजह से सूख जाए तो उसे हटाकर तुरंत दूसरा मोरपंखी रख देना चाहिए। इससे घर में खुशहाली औऱ प्यार की स्थिति बनी रहती है।

मान्यता है कि अगर मोरपंखी का पौधा सूख गया है तो इसका मतलब है कि इसने परिवार के किसी सदस्य को संकट से बचाकर उस संकट को झेल लिया है। इसलिए अगर मोरपंखी का पौधा सूख जाता है तो उसे हटाकर दूसरा मोरपंखी रख देना चाहिए क्योंकि इससे परिवार के सदस्यों को भयंकर रोगों से रक्षा होती है।

मोरपंखी के पौधे को कौने में छिपाकर नहीं रखना चाहिए। इसे घर के प्रवेश द्वार पर पूर्व दिशा की तरफ रखें या फिर धूप में रखे। इसे धूप दिखानी बहुत जरूरी होती है वरना ये खराब हो जाता है।

घर के बच्चों का मन पढ़ाई में लगाना है तो उन्हें रोज मोरपंखी को पानी देने के लिए कहना चाहिए। इससे बच्चों और अन्य सदस्यों की बुद्धि और तर्क का विकास होगा औऱ बच्चों का मन पढ़ाई में लगेगा।

घर में उत्तर दिशा में अगर मोरपंखी का पौधा रखा जाए तो घर के सदस्यों पर कर्ज का भार कम होता है और मां लक्ष्मी तिजोरी में विराजमान होती है। ऐसे घर में हमेशा सुख समृद्धि और शांति बनी रहती है, छोटी छोटी बात पर तनाव और क्लेश नहीं होते।

इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मोरपंखी को पानी देना अच्छी बात है लेकिन इसे धूप दीप नहीं करना चाहिए वरना घर में धन का आगमन रुक सकता है। अगर आप सही और सच्चे मन से घर में मोरपंखी का पौधा लगाते हैं औऱ इसे समय समय पर पानी देते हैं तो वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सुख और शांति बनी रहेगी और घर के सदस्यों का सोया हुआ सौभाग्य जाग उठेगा।