बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में होगा बड़ा उलटफेर, नीतीश कुमार की जगह पर दिखेंगे निशांत कुमार?

Bihar Assembly Election: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. इसी क्रम में बिहार की राजनीति में एक नए चेहरे की एंट्री की अटकलें भी बढ़ने लगी है. हालांकि इनके आगमन से पहले ही विपक्षी पार्टियों ने बयानबाजी शुरू कर दी है.

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Courtesy: Social Media

Bihar Assembly Election: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना है. इससे पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. बिहार की राजनीति में एक नए चेहरे के आगमन की उम्मीद जताई जा रही है. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के बेटे निशांत कुमार का बिहरा की राजनीति में एंट्री की संभावना जताई जा रही है. यह अटकलें तब और भी ज्यादा तेज हो गई, जब उन्होंने होली के कार्यक्रम के दौरान सक्रिय रूप से हिस्सा लिया. 

सीएम नीतीश कुमार हर साल होली में मुख्यमंत्री आवास पर होली मिलन समारोह का आयोजन करते रहे हैं. हालांकि इससे पहले निशांत इन कार्यक्रमों में ज्यादा एक्टिव नजर कभी नहीं आए. इस बार उन्होंने इस समारोह में पूरी तरह से हिस्सा लिया और  जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की. जिसके कारण बिहार की राजनीति में उनकी एंट्री की चर्चा तेज हो गई. 

जेडीयू कार्यालय के बाहर निशांत के पोस्टर

जेडीयू ने होली समारोह के दौरान अपने कार्यालय के बाहर अपने नेताओं का पोस्टर भी लगाया था. इसके अलावा कार्यालय के गेट पर निशांत कुमार के स्वागत के लिए भी खास पोस्टरलगाए गए थे. जिससे निशांत की राजनीतिक में एंट्री के संकेत के रूप में देखा गया. इस पोस्टर में लिखा था कि 'बिहार की मांग सुनिए निशांत'. पार्टी के समर्थकों द्वारा इस तरह के पोस्टर लगाने के कारण यह चर्चा तेज हो गई है कि इस बार नीतिश कुमार अपने बेटे निशांत को राजनीति में एंट्री दिलाएंगे. हालांकि इसे लेकर अभी आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है. पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि होली समारोह के दौरान निशांत ने राजनीति में एंट्री की इच्छा जताई थी. हालांकि अभी उनके आगमन या किसी भी तरीके का कोई अपडेट पार्टी की ओर से नहीं दिया गया है. 

तेजस्वी यादव ने साधा निशाना 

निशांत कुमार के आगमन से पहले ही विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी और अन्य सहयोगी पार्टियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा से प्रभावित जदयू के कुछ लोग निशांत को राजनीति में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि निशांत की एंट्री से जदयू की स्थिति को मजबूती मिल सकती है, इसलिए भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दल नहीं चाहते है कि वह राजनीति में एंट्री लें. हालांकि तेजस्वी के इस बयान को फूट डालने की कोशिश बताई जा रही है. बिहार चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, लोगों की नजर बिहार की राजनीति की ओर टिकी हुई है. 
 

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