अचानक बिगड़ गया फाइनेंशियल कंडीशन? नहीं भर पा रहें SIP ? ऐसे करें मैनेज नहीं तो हो सकते हैं कई नुकसान

भारत के युवा इस समय निवेश करने पर काफी जोर दे रहे हैं. हर कोई अपनी छोटी सी कमाई से भी कुछ हिस्सा निवेश करना चाहता है. क्योंकि अभी के समय में सभी लोग निवेश की ताकत को समझ चुके हैं. हालांकि अभी भारत में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी तो जरूर है लेकिन इसे कंटिन्यू करने वालों की संख्या अभी भी कम है.

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Courtesy: Social Media

SIP Manage Tips: भारत के युवा इस समय निवेश करने पर काफी जोर दे रहे हैं. हर कोई अपनी छोटी सी कमाई से भी कुछ हिस्सा निवेश करना चाहता है. क्योंकि अभी के समय में सभी लोग निवेश की ताकत को समझ चुके हैं. हालांकि अभी भारत में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ी तो जरूर है लेकिन इसे कंटिन्यू करने वालों की संख्या अभी भी कम है. डेटा के मुताबिक 70 प्रतिशत लोग अपने निवेश को तीन साल या उससे भी कम समय के अंदर रोक दे रहे हैं, जिससे की उनका और भी ज्यादा नुकसान हो रहा है. 

ऐसे में निवेश शुरू करने से पहले कुछ बातों का जरूर ध्यान देना चाहिए जिससे की आपके इन्वेस्टमेंट की कंटिन्यूटी रूके ना जाए. जो कोई भी हर महीने SIP में इन्वेस्ट करते हैं उन्हें कुछ बातों की ध्यान रखने की जरूर है. जिससे की आपको अपना SIP बीच में ही ना रोकना पड़े.

SIP शुरू करते समय इन बातों का रखें ध्यान

SIP एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से आप छोटे-छोटे फंड को निवेश कर के बड़ा फंड इकट्ठा कर सकते हैं. जब कोई एसआईपी करना शुरू करता है तो वह इसके लिए दो ऑप्शन चुन सकता है. पहला कि हर महीने एक निश्चित तारीख को आपके अकाउंट से खुद व खुद पैसे कट जाएं. वहीं दूसरा की आप अपने चूने तारीख पर SIP के फिक्स अमाउंट को अपने खाते से मैन्युअली कटवाएं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आपके पास उस समय पर पैसे नहीं होते हैं तो आप SIP के किस्त को नहीं भर पाते हैं. हालांकि कई बार पैसा होते हुए भी भूल जाने के कारण किस्त नहीं कट पाता है. ऐसी स्थिति में आपका क्या नुकसान होगा और इससे कैसे बचा जा सकता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे. 

SIP के किस्त नहीं कटें तो क्या होगा?

सबसे पहले बता दें कि अगर समय पर SIP के किस्त नहीं कटें तो आप पर पेनल्टी लगाई जा सकती है. जिसमें आपको लगभग 750 रुपये तक फाइन भरना पड़ता है. इसके अलावा अगर आप 3 बार लगातार SIP की किस्त को नहीं भरते हैं तो आपके SIP को कैंसिल कर दिया जाता है. वहीं लंबे अंतराल वाली एसआईपी के 2 किस्त छूटने पर ही कैंसिल कर दिया जाता है. ऐसी स्थिति में आपका निवेश करना बेकार हो सकता है और आपके फाइनेंशियल गोल्स पर बुरा असर पड़ता है. इसी के साथ आप रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का चांस भी खो देते हैं. साथ ही जितना किस्त नहीं दिया गया हो उतना निवेश की गई राशि से कम हो जाता है. इसके अलावा आपके कॉर्पस की दिशा में चक्रवृद्धि भी प्रभावित होती हैं.

कैसे करें मैनेज

इन सभी चीजों से बचने के लिए आपके पास कुछ ऑप्शन है. पहला ऑप्शन की आप अपने बैंक अकाउंट में हमेशा कम से कम तीन महीने का SIP बैलेंस जरूर रखें. इसके अलावा SIP कटने की तारीख अपने सैलरी की तारीख से दो-तीन बाद रखें ताकी अगर सैलरी में दो दिन लेट भी हो तो आपका निवेश प्रभावित ना हो. इसके अलावा हमेशा अपनी फाइनेंशियल कंडीशन को ध्यान में रखते हुए ही SIP के रकम का चुनाव करें. अगर फिर भी कोई परेशानी आ जाती है तो आप अपने निवेश को बंद करने के बजाए कुछ दिनों के लिए Pause कराएं.

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