हाथरस में ''दृश्यम-3'' जैसा हत्याकांड : 30 साल बाद जमीन से निकला कंकाल खोलेगा गहरे राज़ 

पुलिस उसके साथ घर पहुंची और मौके पर आंगन को खोदना शुरू किया. इस हत्याकांड की कहानी हू-ब-हू फिल्म ''दृश्यम'' से मिलती जुलती हुई दिखती है. पुलिस ने जमीन के 8 फीट नीचे से एक मानव कंकाल को बरामद किया.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Medai

हाइलाइट्स

  • हाथरस

कहते हैं की अतीत में किया गया गुनाह कितना भी छिपाने का प्रयास किया जाए वह छिपाए नहीं छिपता... ऐसे ही ऐक मामले ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की पुलिस के हाथ पाव फुला कर रख दिए. थाने पहुंचे 39 वर्षीय शख्स ने पुलिस को कहा साहब मेरे आंगन में लाश गड़ी है.  शख्स की बात सुनकर पुलिस उसके साथ घर पहुंची और मौके पर आंगन को खोदना शुरू किया. इस हत्याकांड की कहानी हू-ब-हू फिल्म ''दृश्यम'' से मिलती जुलती हुई दिखती है. पुलिस ने जमीन के 8 फीट नीचे से एक मानव कंकाल को बरामद किया. मामले में डीएम ने  संज्ञान लिया. एसडीएम की मौजूदगी में पुलिस ने मानव कंकाल को कब्जे में लेकर डीएनए जांच के लिए नमूने भेज दिए हैं. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

9 वर्षीय बच्चे ने 30 साल पहले हुए हत्याकांड के राज खोले 

मुसरान के एसएचओ विजय सिंह ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि- बरामद किया गया मानव कंकाल कथित तौर पर बुद्ध सिंह का है. यह एक पारिवारिक झगड़ा था. एसएचओ के मुताबिक मृतक बुद्ध सिंह का सबसे छोटा बेटा पंजाबी सिंह थाने आया था. पंजाबी सिंह ने बताया कि, 30 साल पहले उसने अपनी मां और दो भाइयों को अपने पिता की हत्या करते और शव को घर के आंगन में दफनाते देखा था. पंजाबी सिंह ने पुलिस को बताया की इसी वर्ष 2024 के जुलाई महीने में उसका तीन बड़े भाइयों में से 2 भाई प्रदीप कुमार और मुकेश कुमार से पैसों को लेकर झगड़ा हो गया था. भाईयों ने पंजाबी सिंह को धमकी देते हुए कहा की वह 1994 की तरह उसे भी पिता के पास भेज देंगे. इस धमकी से डरे सहमे पंजाबी सिंह के सामने एक बार फिर पिता की हत्या का मंजर सामने आ गया. एक 9 वर्षीय बच्चे ने बड़ा होकर 30 साल बाद पिता के हत्याकांड के राज खोलकर रख दिए. 

मां से मिलने आता था अमीर आदमी

पंजाबी सिंह ने पुलिस को हत्याकांड की कहानी बताते हुए कहा कि, जिस समय उसके पिता की हत्या हुई थी तब वह 9 साल का था, पंजाबी सिंह ने अपनी माँ, उर्मिला देवी, भाइयों प्रदीप और मुकेश और एक 'अमीर आदमी' राजवीर सिंह को अपने पिता की हत्या करते देखा था. पंजाबी सिंह ने पुलिस को यह भी बताया कि राजवीर कई बार उसकी मां से मिलने आता था इसे लेकर उसके माता-पिता में काफी ज्यादा झगड़ा होता था.

घर की चौखट पर पहुंचते ही सामने था भयावह मंजर 

दरअसल हत्याकांड को अंजाम देने से पूर्व रात के समय पंजाबी सिंह और तीसरे भाई को उसकी मां व हत्यारोपी भाईयों ने पड़ोसी के घर सोने के लिए भेजा था. लेकिंन पंजाब सिंह को नींद नहीं आई तो वह वापस घर लौटकर आ गया. जैसे ही पंजाब सिंह घर की चौखट पर पहुंचा उसके सामने एक भयावह मंजर था. मां व उसके भाईयों ने पिता का गला घोंट दिया था. शव को आंगन में दफनाकर पंजाब सिंह को चुप रहने की धमकी दी. 

पुलिस के साथ एसडीएम भी मौजूद

हाथरस जिले के डीएम राहुल पांडे के संज्ञान में मामला आया. पुलिस के साथ सदर एसडीएम नीरज शर्मा मौके पर पहुंचे और कंकाल को खोदकर बाहर निकाला. फिलहाल पुलिस ने डीएनए जांच के लिए नमूने भेजे हैं. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पुलिस कुछ रिश्तेदारों की भूमिका संदेह में रखते हुए जांच में जुटी है.