Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण बीत जाने के बीच खबर मिल रही है कि गुजरात की राजनीतिक पूरी तरह से गर्म हो गई है. दरअसल सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुंभानी के नामांकन को रद्द कर दिया गया. इसके पीछे का कारण चुनाव आयोग तीन अनुमोदकों के पर्चे में उनके हस्ताक्षर ना होने की बात कही है. जिसके बाद से निलेश कुंभानी के नामांकन पत्र को लेकर संकट बन गया है.
वहीं चुनाव आयोग ने कुंभानी को अपना पक्ष रखने के लिए आज यानी रविवार को बुलाया था. जिसमें निलेश कुंभानी की तरफ से कहा गया कि अनुमोदकों के लापता होने पर उनके अपहरण की आशंका है, जिसकी शिकायत भी सूरत के उमरा में दर्ज करा दी गई थी.
निलेश के नामांकन पर बीजेपी दुखी
इंडिया गठबंधन के अनुसार सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस से निलेश कुंभानी को चुनावी मैदान में उतारा जा रहा था. वहीं बीजेपी की तरफ से मुकेश दलाल को टिकट दे दिया गया है. दोनों प्रत्याशियों के पर्चे भर दिए गए थे जिसके बाद नामांकन पत्रों की जांच का दिन शनिवार था. नामांकन पत्रों की जांच के दरमियान बीजेपी प्रत्याशी के चुनावी एजेंट दिनेश जोधानी ने कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन पत्र को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके नामांकन पत्र में तीन अनुमोदकों के हस्ताक्षर फर्जी हैं. इसके बाद क्या था तुरंत तीनों अनुमोदकों को कार्यालय बुलाया गया, तीनों ने भी हस्ताक्षर में उनके नहीं होने का हलफनामा दर्ज करवाया.
कांग्रेस लीडर ने का बयान
इस पर चुनाव आयोग ने कुंभानी को नोटिस जारी कर उनका नामांकन रद्द क्यों नहीं किया जाए, इसके पीछे की वजह पूछी. इसके लिए निर्देश भी दिए गए. जिसके बाद आज कांग्रेस की ओर से अनुमोदक हाजिर नहीं किया गया. जिसके बाद चुनाव आयोग ने कड़ा निर्णय लेते हुए कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन फार्म रद्द कर दिया. इसके बाद गुजरात कांग्रेस ने इनके पीछे बीजेपी का हाथ बताया है. सूरत के कांग्रेस लीडर ने इसके पीछे कांग्रेस प्रत्याशी को गलत बताते हुए कहा कि निलेश कुंभानी ने साजिश रची है.