रणवीर इलाहाबादिया विवाद पर रैपर रफ्तार का बयान, साइकॉलोजी के नजरिए से समझाया मामला

समय रैना के शो को लेकर उत्पन्न विवाद ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है. जहां एक ओर कई लोग शो में वल्गैरिटी की बहस में अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर रैपर रफ्तार ने इस मामले पर अपनी विचारधारा साझा की है. रफ्तार ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने इस विवाद के पीछे की साइकोलॉजिकल वजहों को समझाने का प्रयास किया.

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Courtesy: social media

समय रैना के शो को लेकर उत्पन्न विवाद ने इंटरनेट पर हलचल मचा दी है. जहां एक ओर कई लोग शो में वल्गैरिटी की बहस में अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर रैपर रफ्तार ने इस मामले पर अपनी विचारधारा साझा की है. रफ्तार ने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा, जिसमें उन्होंने इस विवाद के पीछे की साइकोलॉजिकल वजहों को समझाने का प्रयास किया.

रैपटार ने दी विवाद पर गहरी व्याख्या  

रैपर रफ्तार ने 'इंडियाज गॉट टैलेंट' के एक एपिसोड में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी और इस विवाद को लेकर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी. रफ्तार ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि, "लोगों को कामयाब व्यक्तियों को गिरते हुए देखना पसंद है" और उन्होंने इस पहलू को पांच प्रमुख बिंदुओं में समझाया. उनका पहला बिंदु था - कुल्चरल फैसीनेशन, जिसमें उन्होंने बताया कि हम अचीवर्स को पसंद करते हैं, लेकिन उनके हर छोटे से गलत कदम को हम ज्यादा बढ़ा-चढ़ा कर जज करते हैं.

साइकोलॉजिकल व्याख्या: लोगों की गिरावट में मिलता है सुख  

रफ्तार ने अपने पोस्ट में दूसरे प्वाइंट के तहत मीडिया के रुख को बताया, जिसमें कहा कि मीडिया किसी भी विवाद को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत करती है ताकि समाज में दूसरों की गिरावट को देखने की इच्छा और बढ़ सके. रफ्तार ने तीसरे प्वाइंट में 'Schadenfreude' शब्द का जिक्र किया, जो एक ऐसी साइकोलॉजिकल भावना है, जिसमें दूसरों की परेशानियों से हमें कुछ खुशी मिलती है. इसके बाद उन्होंने 'सोशल कंपैरिजन' का भी उल्लेख किया, जिसमें हमें दूसरों की असफलता को देखकर अपनी सफलता का एहसास होता है.

नकारात्मक सोच और समाज पर प्रभाव  

रफ्तार ने अपने पोस्ट के अंत में इस विचार को साझा किया कि यह मानसिकता समाज में नकारात्मक प्रभाव डालती है और हमें असल मुद्दों से भटका देती है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह सब कुछ वाकई एक बड़ी समस्या है, या यह सिर्फ हमारी व्यक्तिगत असुरक्षाओं को छिपाने का एक तरीका है. 

यह पोस्ट न केवल विवाद पर एक गहरी सोच प्रस्तुत करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि हमारी मानसिकता कैसे समाज में तनाव और असंतोष बढ़ाती है. 

कमेंट्स और सोशल मीडिया पर रफ्तार की राय

रैपर रफ्तार के इस पोस्ट पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं और यह मुद्दा सोशल मीडिया पर एक नए दृष्टिकोण के साथ बहस का हिस्सा बन चुका है.

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