बढ़ता हुआ यूरिक एसिड बनता है गठिया का कारण,जानिए इस बीमारी में किन चीजों से बनानी चाहिए दूरी

यूरिक एसिड का नाम आपने सुना ही होगा। इसके साथ ही आप ये भी जानते होंगे कि यूरिक एसिड बढ़ने पर हाथ पैरों में सूजन आ जाती है। शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर हड्डियों में दर्द औऱ सूजन होने लगती है। यूरिक एसिड के चलते ही आगे जाकर शरीर आस्टियोपोरोसिस यानी गठिया का […]

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यूरिक एसिड का नाम आपने सुना ही होगा। इसके साथ ही आप ये भी जानते होंगे कि यूरिक एसिड बढ़ने पर हाथ पैरों में सूजन आ जाती है। शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर हड्डियों में दर्द औऱ सूजन होने लगती है। यूरिक एसिड के चलते ही आगे जाकर शरीर आस्टियोपोरोसिस यानी गठिया का शिकार बन जाता है औऱ हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। इस बीमारी में केवल उंगलियों ही नहीं टखनों और पिंडलियों में भी दर्द होता है और हड्डियां काफी कमजोर हो जाती हैं। यूरिक एसिड जब शरीर में ज्यादा बढ़ जाता है तो शरीर में किडनी की बीमारी के भी खतरे बढ़ जाते हैं और शुगर होने की भी आशंका बढ़ जाती है। इन सबसे बचने का एक ही उपाय समझ में आता है कि शरीर में इन सबके लिए जिम्मेदार यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखा जाए। देखा जाए तो यूरिक एसिड के लिए डॉक्टर दवाएं लिखते हैं जिनकी मदद से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड का स्तर कम किया जा सकता है। लेकिन अगर आप दवाओं के साथ साथ अपनी लाइफस्टाइल और खान पान में सही बदलाव करें तो भी यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किए जाने में मदद मिलती है। चलिए जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ाने वाली कौन कौन सी चीजों से आपको पकहेज करना चाहिए।

यूरिक एसिड बढ़ाती हैं ये चीजें, इनका सेवन ना करें

यूरिक एसिड बढ़ाने वाली सब्जियां
आपको यूरिक एसिड बढ़ाने वाली सब्जियों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इनके ज्यादा सेवन से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है जिससे हाथ पैरों की उंगलियां सूज सकती है। ऐसी सब्जियों में सबसे पहले आती है फूलगोभी, पत्तागोभी। इन दोनों ही सब्जियों में ढेर सारा प्यूरीन होता है। इसके अलावा मशरूम, हरी मटर, भिंडी की सब्जी और बीन्स जैसी सब्जियां भी प्यूरीन से भरपूर होती है और यूरिक एसिड के मरीजों को इनका सेवन नहीं करना चाहिए। इतना ही नहीं पालक जैसी पौष्टिक कही जाने वाली हरी पत्तेदार सब्जी के भी ज्यादा सेवन से शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए इसका भी ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।

यूरिक एसिड बढ़ाने वाली दालें
आपको यूरिक एसिड बढ़ाने वाली दालों से भी पर्याप्त दूरी बनाकर रखनी वरना आपका यूरिक एसिड बढ़ते देर नहीं लगेगी। आपको बता दें कि मसूर की दाल में ढेर प्यूरीन पाया जाता है और यूरिक एसिड के मरीजों को ये दाल ना खाने की सलाह दी जाती है । इसके अलावा मूंग की दाल और अरहर की दाल में भी हाई प्यूरीन पाया जाता है और इसे यूरिक एसिड बढ़ाने वाली दाल में शामिल किया जाता है। इनका ज्यादा सेवन करने से हाथ पैरों और उनके जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन की समस्या पैदा हो सकती है।

मांस औऱ मछली से करें परहेज
यूरिक एसिड के मरीजों को चिकन और मछली जैसे प्रोटीन के बेहतरीन सोर्स से भी परहेज करने की सलाह दी जाती है। दरअसल ये दोनों ही शरीर में जाकर प्यूरीन का स्तर बढ़ा देते हैं जिसे फिल्टर करने में किडनी को काफी दिक्कत होती है और ये शरीर के जोड़ों में जाकर जम जाते हैं। मछली की बात करें तो हेरिंग मछली, ट्राउट मछली और टूना मछली में ज्यादा प्यूरीन होता है और पेट में जाकर ये यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती हैं। इसी प्रकार कुछ मांस ऐसे हैं जिनसे परहेज करना चाहिए।

सीफूड से करें परहेज
कुछ सीफूड ऐसे होते हैं जिनमें प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है, यूरिक एसिड के मरीजों को ऐसे फूड्स का भी सेवन करने से परहेज करना चाहिए वरना उनके शरीर में प्यूरीन का स्तर बढने से यूरिक एसिड बढ़ जाएगा और शरीर को दिक्कत होगी।

चीनी, खमीर से बने खाद्य पदार्थ,सफेद ब्रेड, बिस्कुट और केक आदि का सेवन भी आपके शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है। इसलिए अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ता है तो आपको इन चीजों से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए।