Black Pepper for Weight Loss: काली मिर्च के दानों से घट जाएगा एक्स्ट्रा वजन, डिप्रेशन भी होगा छूमंतर

black Pepper for Weight Loss: आर्युवेद में कई ऐसे मसालों के फायदे बताए गए हैं जो दिखने में बेहद छोटे होते हैं लेकिन वो शरीर को बड़े बड़े फायदे करते हैं। इन्ही में से एक है छोटे छोटे दानों वाली काली मिर्च । जी हां काली मिर्च देखने में भले ही छोटी सी हो लेकिन […]

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black Pepper for Weight Loss: आर्युवेद में कई ऐसे मसालों के फायदे बताए गए हैं जो दिखने में बेहद छोटे होते हैं लेकिन वो शरीर को बड़े बड़े फायदे करते हैं। इन्ही में से एक है छोटे छोटे दानों वाली काली मिर्च । जी हां काली मिर्च देखने में भले ही छोटी सी हो लेकिन ये शरीर को बहुत सारे फायदे पहुंचाती है। काली मिर्च ना केवल भोजन के स्वाद को बढ़ाती है बल्कि सेहत को कई तरह से फायदा करती है। ये मोटापा कम करने केसाथ साथ प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करती है जिससे शरीर मौसमी बीमारियों का शिकार होने से बच जाता है। दिमाग के लिए भी काली मिर्च काफी फायदेमंद कही जाती है। इसके साथ साथ शुगर, कोलेस्ट्रोल, आंत के स्वास्थ्य, पाचन तंत्र, हड्डियों और यहां तक कि ओरल हेल्थ के लिए भी काली मिर्च के अनगिनत फायदे हैं जो आपने शायद नहीं सुने होंगे। चलिए आज जानते हैं कि काली मिर्च शरीर को किस तरह फायदा करती है।

काली मिर्च के भीतर मौजूद हैं ये पोषक तत्व
काली मिर्च गरम मसाले का हिस्सा कही जाती है। विदेशों में इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल सलाद में होता है और भारत में इसे गर्म मसाले में एड किया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम पाइपर नाइग्रम है और दक्षिण भारत में इसीकी खूब खेती होती है। इसकी बेल बोती है और बेल के छोटे छोटे फल सूख कर काली मिर्च में तब्दील हो जाते हैं। आम भाषा में काली मिर्च को पैपरकॉर्न और ब्लैक पैपर के नाम से पुकारा जाता है।

काली मिर्च में ढेर सारे सारे एंटीमाइक्रोबियल गुणों के साथ साथ मोटापा कम करने वाले एंटी ओबेसिटी गुण भी पाए जाते हैं। इसके अलावा काली मिर्च के दानों में और एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी-फ्लैटुलेंस एंजाइम की मौजूदगी होती है। इसके डाइजेस्टिव गुण इसे पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करते हैं। इके पेन रिलीवर इफेक्ट इसे हड्डियों के दर्द में आराम करने वाला मसाला बताते हैं। इसके सेवन से अर्थराइटिस और गठिया की बीमारी में भी राहत मिलती है। काली मिर्च में ढेर सारा कैल्शियम और आयरन के साथ साथ कई सारे मिनिरल्स जैसे फास्फोरस, कैरोटीन, थाईमन भी मौजूद रहते हैं जो शरीर को हर तरह का जरूरी पोषण देते हैं। काली मिर्च में ढेर सारा पाइपरिन एंजाइम पाया जाता है जो पाचन तंत्र को स्मूद करता है जिससे भोजन जल्दी पचता है और मेटाबॉलिज्मम तेज होता है।

वजन कम करना है तो खाइए काली मिर्च
अगर आप काली मिर्च का सेवन करेंगे तो आपका बढ़ा हुआ वजन घट जाएगा। मोटापा कम करने में काली मिर्च का जवाब नहीं है। काली मिर्च में पाया जाने वाला एंजाइम पाइपरिन और इसके अंदर निहित एंटी ओबेसिटी गुण आपके वजन को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। ये पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है जिससे भोजन जल्दी पचता है और वो फैट में ना बदल कर ऊर्जा में तब्दील हो जाता है। इससे वजन नहीं बढ़ता और एक्स्ट्रा फैट धीरे धीरे कम होने लगती है। यानी अगर आप रोज थोड़ी सी काली मिर्च खाएंगे तो आपका मोटापा खत्म हो सकता है।

पेट की बीमारियों में फायदा करती है काली मिर्च
काली मिर्च पेट की अपच, ब्लोटिंग, गैस, बदहजमी, एसिडिटी और अफारे सहित कई तरह की परेशानियों में मदद करती है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है, मल त्यागना आसान होता है और कब्ज भी दूर हो जाती है।

शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाती है काली मिर्च
काली मिर्च के एंटी इन्फ्लेमेंटरी गुण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते है और इसके चलते शरीर संक्रामक और मौसमी बीमारियों से दूर रह पाता है। काली मिर्च का काढ़ा सर्दी, जुकाम, खांसी में तुरंत राहत देता है इससे शरीर की सुरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है। इसके सेवन से शरीर काफी मजबूत होता है और वायरल फैलाने वाले बैक्टीरिया शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते।

डिप्रेशन में कारगर है काली मिर्च
भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव होना लाजमी हो जाता है। कुछ लोग अक्सर तनाव के शिकार रहते हैं, ऐसे में डिप्रेशन हावी हो जाता है। इस समय दिमाग की तनी हुई सेल्स को रिलेक्स करने वाले हॉर्मोन कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में काली मिर्च का सेवन करने से मूड को फ्रेश करने वाले सेरोटोनिन हार्मोन एक्टिव होता है औऱ दिमाग को रिलेक्स मिलता है जिससे तनाव की स्थिति खत्म हो जाती है। इससे मूड अच्छा होता है और व्यक्ति राहत महसूस करता है। यानी जो लोग तनाव औऱ डिप्रेशन के शिकार हैं उनको नियमित रूप से काली मिर्च के सेवन से आराम मिल सकता है।

गठिया के दर्द में राहत दिलाती है काली मिर्च
काली मिर्च में एंटी अर्थराइटिस गुण होते हैं औऱ इसके पेन रिलीवर गुण जोड़ों के दर्द में राहत देते हैं, साथ ही इसके निहित एंटी इन्फ्लेमेंटरी गुणों के चलते जोड़ों की सूजन, जलन और लालिमा भी घट जाती है।

दांतों की हेल्थ के लिए अच्छी कही जाती है काली मिर्च
काली मिर्च ओरल हेल्थ में भी काफी कारगर साबित होती है। इसके अंदर पाए जाने वाले एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मसूड़ों और दांतों के संक्रमण और बैक्टीरिया को मार गिराते हैं। अगर मसड़ों में सूजन है, पायरिया है, संक्रमण के चलते ब्लीडिंग हो रही है या फिर मुंह से बदबू आ रही है तो काली मिर्च के दानों को चबाने से राहत मिल सकती है।