Heart Attack Causes: हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ना। हार्ट अटैक पहले उम्र दराज लोगों की परेशानी माना जाता था लेकिन आजकल ये युवाओं और खासकर फिट लोगों को भी अपने चपेट में ले रहा है। हार्ट अटैक साइलेंट किलर की तरह आता है और व्यक्ति की जान जोखिम में डाल देता है। बदलती लाइफस्टाइल, तनाव, गलत डाइट और धूम्रपान और मदिरापान के चलते हार्ट अटैक जल्दी हमला करता है। हाई बीपी से ग्रस्त लोग भी इसका ज्यादा शिकार बनते हैं। ऐसे में जरूरी है कि दिल का ज्यादा ख्याल रखा जाए क्योंकि दिल का सेहतमंद रहना बहुत ही जरूरी है। हार्ट अटैक को अपनी जिंदगी से दूर ही रखना है तो आपको कुछ रूल्स फॉलो करने होंगे। चलिए आज जानते हैं कि हार्ट अटैक कैसे और कब पड़ता है और आप अपनी जिंदगी में क्या बदलाव करके इससे बचे रह सकते हैं।
क्यों होता है हार्ट अटैक
डॉक्टर कहते हैं कि जब शरीर की रक्त वाहिकाओं में ब्लड फ्लो में रुकावट आती है तो शरीर के कई अंगों में खून की सप्लाई में बाधा आती है। जब हार्ट सही से ब्लड को पंप नहीं कर पाता और धमनियों में रक्त के थक्के बनते हैं तो खून सही से फ्लो नहीं कर पाता और इसी वजह से खून हार्ट यानी दिल तक नहीं पहुंच पाता और हार्ट अटैक आ जाता है। इसमे रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रोल जम जाता है जिसके चलते वहां का खून सही से पंप नहीं होता।
बैड कोलेस्ट्रोल को काबू करना जरूरी
हार्ट अटैक शरीर में बढ़े हुए बैड कोलेस्ट्रोल की वजह से होता है क्योंकि ये कोलोस्ट्रोल दिल की धमनियों में रुकावट का कारण बनता है। ऐसे में व्यक्ति को चाहिए कि वो अपने शरीर कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करे और गुड कोलेसट्रोल का स्तर बढ़ाने की कोशिश करे। अगर लिवर में बैड कोलेस्ट्रोल ज्यादा बन रहा है तो कुछ दवाओं के जरिए इसे कंट्रोल करना एक विकल्प हो सकता है। लेकिन आप सही डाइट को फॉलो करके इस कोलेस्ट्रोल को कम कर सकते हैं।
तनाव को जिंदगी से हटा दीजिए
तनाव हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है। जिसे देखो कामकाज के प्रेशर ना आराम कर पा रहा है और ना ही खुशनुमा जिंदगी जी पा रहा है। ऐसे में तनाव के चलते दिल पर बहुत ही ज्यादा बुरा असर पड़ता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए तनाव को अपनी जिंदगी से बाहर निकालने पर आपका दिल हैप्पी रह सकता है।
रोज वॉकिंग करने से होगा फायदा
रोज सही तरीके से वॉकिंग करना दिल को हैल्दी रखने के लिए जरूरी माना जाता है। इससे दिल और शरीर दोनों स्वस्थ बने रहते हैं और कोलेस्ट्रोल काबू में रहता है। चालीस साल की उम्र के बाद हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है इसलिए चालीस साल की उम्र के बाद रोज कम से कम 9 हजार कदम व़किंग जरूर करनी चाहिए।
तेल और घी का कम प्रयोग करना होगा फायदेमंद
एक उम्र होती है जब शरीर हर तरह के भोजन को पचा लेता है। लेकिन जैसे जैसे उम्र बढ़ती है,शरीर के साथ मेटाबॉलिज्म भी कमजोर होता है। और ऐसे में दिल को स्वस्थ रखने के लिए घी, तेल और अन्य मसालेदार चीजों का प्रयोग कम कर देना चाहिए। दरअसल ज्यादा घी और तेल के सेवन से दिल की धमनियों में एक्स्ट्रा फैट जमा हो जाता है जिससे धमनियों में ब्लड क्लॉटिंग की दिक्कत होने लगती है और ये क्लाटिंग ही हार्ट अटैक का कारण बनती है।
मोटापे को हावी ना होने दीजिए
आपको बता दें कि दिल के दौरे को दूर रखना है तो आपको मोटापे को भी दूर ही रखना होगा। ज्यादा वजन के लोग अक्सर हार्ट अटैक का ज्यादा शिकार बनते हैं। बढ़ा वजन हाई कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप के साथ साथ शुगर जैसी बीमारी का भी कारण बनता है। इन बीमारियों से ही हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इसलिए आपको चाहिए कि अगर दिल को हैल्दी रखना है तो अपने वजन पर कंट्रोल करना चाहिए। आपको अपने शुगर और हाई बीपी को भी कंट्रोल करना चाहिए ताकि आपका दिल खतरे से दूर रहे।
स्मोकिंग और अल्कोहल से दूर रहना है बेहतर
अगर दिल की सेहत को सही रखना चाहते हैं तो सिगरेट और शराब आदि व्यसनों से दूरी बना लीजिए। ज्यादा स्मोकिंग और शराब पीने से करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इतना ही नहीं अगर आप स्मोकिंग नहीं करते लेकिन स्मोकिंग करने वाले के बीच में रहते है तो भी आप हार्ट अटैक की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए सैकेंड हैंड स्मोकिंग यानी स्मोकिंग का धुआं छोड़ने वालो से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इसके अलावा शराब पीने से भी हार्ट खतरे में आता है इसलिए अल्कोहल से दूरी बनाना बेहतर होगा।