high blood pressure: हाई ब्लड प्रेशर को आम भाषा में हाई बीपी या फिर हाइपरटेंशन कहिए कहा जाता है। यूं तो ब्लड प्रेशर का हाई और लो होना दोनों ही शरीर के लिए नुकसानदेय हैं लेकिन शरीर में ज्यादा दिक्कतें बीपी के हाई होने पर होती है क्योंकि इससे सीधा दिल के दौरे का खतरा मंडराने लगता है। यूं भी आजकल देखा जाए तो लो बीपी की बजाय हाई बीपी के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व में ब्लड प्रेशर होई होने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिससे दिल की बीमारियों के जोखिम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में हाई बीपी को नजरंदाज नहीं करना चाहिए। आज बात करते हैं कि हाई बीपी यानी उच्च रक्तचाप क्यों होता है, इसके कारण के साथ साथ जानेंगे कि हाई बीपी होने पर किन फूड्स से दूरी बना लेनी चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर के कारण-
हाई बीपी के कारणों को जानने से पहले आपको समझना चाहिए कि ब्लड प्रेशर होता है क्या है। दरअसल ब्लड प्रेशर वो बल यानी प्रेशर है जो आपके खून द्वारा शरीर की आर्टरी यानी धमनियों की दीवारों लगाया जाता है। जब हार्ट यानी दिल खून यानी ब्लड को पंप करता है तो धमनियों में रक्त का दवाब ज्यादा और कम होता है और वही ब्लड प्रेशर कहलाता है। किसी भी शरीर में ब्लड प्रेशर को मांपने के दो तरीके होते हैं। पहला सिस्टोलिक यानी ऊपर का प्रेशर और दूसरा डायस्टोलिक यानी निचले स्तर का प्रेशर। शरीर में सामान्य ब्लड प्रेशर का माप है – 120/80 जिसका अर्थ है 120 सिस्टोलिक यानी ऊपर का प्रेशर और 80 डायस्टोलिक यानी नीचे का प्रेशर। अगर ये सिस्टम ऊपर नीचे होता है तो ब्लड प्रेशर असामान्य माना जाता है. अगर इस पैरामीटर आनी 120 से ऊपर आपके ब्लड प्रेशर की रेंज जाती है तो समझिए कि आपको हाई बीपी की परेशानी है, अगर इससे नीचे यानी 80 से नीचे की रेंज जाती है तो मानना चाहिए कि लो ब्लड प्रेशर की दिक्कत हो रही है।
ब्लड प्रेशर के जोखिम क्या क्या हैं –
ब्लड प्रेशर अगर हाई होता है तो शरीर को कई तरह की जानलेवा स्थितियों का सामना करना पड़ता है। हाई ब्लड प्रेशर के चलते आर्टरी वाल्स को नुकसान पहुंचता है जिसका सबसे ज्यादा नुकसान दिल को होता है। बीपी हाई होने से हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा, हार्ट फेल, ब्रेन स्ट्रोक, किडनी से संबंधित बीमारी और आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचने के कई जोखिम पैदा हो जाते हैं और इसीलिए हाई बीपी को जानलेवा कहा गया है।
हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के तरीके
सही और नियंत्रित लाइफस्टाइल, नियमित रूप से बीपी की दवा का सेवन करना, नियमित तौर पर एक्सरसाइज करना और एक सही डाइट के जरिए बीपी को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा धूम्रपान, अल्कोहल आदि का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर में क्या खाने से बीपी में मिलेगी राहत
हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए आपको अपनी डाइट में सोडियम की मात्रा कम करनी चाहिए और अपनी डाइट में पोटैशियम युक्त भोजन की मात्रा बढ़ानी चाहिए। पोटैशियम शरीर में जाकर बीपी को कंट्रोल करता है। सोडियम यानी नमक युक्त भोजन हाई बीपी का कारण बनता है।
इसके अलावा आपको अपनी डाइट में फलों और सब्जियों के साथ साथ लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करने चाहिए।
हरी पत्तेदार सब्जियों में पालक, मेथी के साथ साथ मूली के पत्ते, चुकंदर के पत्ते, शलजम की पत्तियों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप गोभी का भी सेवन कर सकते हैं , इससे फायदा होगा। हाई बीपी के मरीजों को अपनी डाइट में जौ का दलिया शामिल करना चाहिए। इससे हाई बीपी के जोखिम कम होंगे। हाई बीपी को कंट्रोल करने के लिए विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना चाहिए। आप संतरा, अनार, नींबू, मौसंबी, अन्नानास आदि का सेवन करेंगे तो आपके बीपी को कंट्रोल में रखा जा सकेगा। हाई बीपी में बीन्स और नट्स फायदेमंद साबित होते हैं। आप नट्स में बिना नमक और फ्राई किए पिस्ता खा सकते हैं और बादाम भी खा सकते हैं। हाई बीपी में दही का सेवन करना चाहिए। रोज लहसुन की दो कच्ची कलियां चबाने से भी आपको फायदा होगा।