Prostate Cancer: भारत में आज कल प्रोस्टेट से संबंधित बीमारियां बढ़ती जा रही है. कुछ डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले समय में प्रोस्टेट कैंसर का मामला बढ़ सकता है. हालांकि डरावनी बात यह है कि प्रोस्टेट कैंसर के ज्यादातर मामले एडवांस स्टेज में पता चलते हैं.
प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों को शुरुआत में किसी तरह की जटिलता का पता ही नहीं चलता. सबसे बड़ी बात यह है कि अब यह सिर्फ बुजुर्गों की ही नहीं बल्कि युवाओं की भी बीमारी बन गई है. ऐसे में प्रोस्टेट के काम और इससे होने वाली समस्याओं को समझने की जरूरत है. प्रोस्टेट ग्रंथि मूत्र मार्ग के चारों ओर लिपटी होती है और जब कई कारणों से ग्रंथि में ऊतक बढ़ने लगते हैं या पीएसए लेवल बढ़ जाता है, तो प्रोस्टेट की समस्या शुरू हो जाती है.
कई बार इसका कारण जेनेटिक होता है तो कई बार इसका हॉर्मोनल कनेक्शन होता है. मोटापा, धूम्रपान और शरीर में कैल्शियम का अधिक सेवन भी प्रोस्टेट कैंसर का कारण बनता है. अब सवाल यह है कि समय रहते इसकी पहचान कैसे की जाए. इसका जवाब बहुत आसान है: पेशाब में किसी भी तरह की समस्या, त्वचा में बदलाव और वजन में अचानक वृद्धि या कमी प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. हालांकि, ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि लक्षण दिखाई नहीं देते. अचानक पीठ में दर्द होने लगता है और जांच में पता चलता है कि प्रोस्टेट कैंसर एडवांस स्टेज में है. इसलिए ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए. इसके लिए श्रोणि को मजबूत और सक्रिय बनाना जरूरी है.
प्रोस्टेट को ठीक करने के लिए आप लौकी के जूस में 7 तुलसी के पत्ते और 5 काली मिर्च मिलाकर पिएं. इसके अलााव प्रोस्टेट की समस्या बढ़े ही ना इसके लिए गिलोय, तुलसी, नीम, गेहूं का जवारे और एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं. प्रोस्टेट की समस्या के दौरान आप अपने डाइट में कुल्थ की दाल खाएं, गोखरू का काढ़ा पिएं, जौ का दलिया खाएं, सब्जियां ज्यादा खाएं और मकई के रेशे का काढ़ा पिएं.