Back sleeping benefits: किस तरह सोते हैं आप? पीठ के बल सोने के फायदे जान लीजिए

Back sleeping benefits: एक स्वस्थ शरीर के लिए सही दिनचर्या काफी जरूरी होती है और एक सफल दिनचर्या वही होती है जिसमें सही समय पर नींद (Sleeping)खुलना और सही नींद लेना शामिल होता है। यानी एक स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी नींद की बहुत जरूरत होती है। हर कोई चाहता है कि वो रात के […]

Date Updated
फॉलो करें:

Back sleeping benefits: एक स्वस्थ शरीर के लिए सही दिनचर्या काफी जरूरी होती है और एक सफल दिनचर्या वही होती है जिसमें सही समय पर नींद (Sleeping)खुलना और सही नींद लेना शामिल होता है। यानी एक स्वस्थ शरीर के लिए अच्छी नींद की बहुत जरूरत होती है। हर कोई चाहता है कि वो रात के वक्त सकून की नींद पाए ताकि अगले दिन वो स्फूर्ति और ऊर्जा के साथ उठकर काम कर पाए। लेकिन कई बार गलत पोज में सोने के चलते चाहकर भी अच्छी नींद हासिल नहीं हो पाती। कुछ लोग पेट के बल सोते हैं औऱ कुछ लोग पीठ (Back sleeping Benefits)के बल सोते हैं। आपको बता दें कि अच्छी नींद के लिए सही पोज और सही बल (पीठ या पेट) होना डॉक्टरों ने भी जरूरी बताया है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि अगर सही नींद लेनी है और शरीर का भी ध्यान रखना है तो पेट की बजाय पीठ के बल सोना फायदेमंद साबित होता है। चलिए जानते हैं कि पीठ के बल सोने पर शरीर को क्या क्या फायदे मिलते हैं औऱ किन लोगों को पीठ के बल सोने के लिए मनाही की जाती है।

पीठ के बल सोने से पीठ को मिलता है आराम Back sleeping benefit to back

सबसे पहला फायदा यही है कि पीठ के बल सोने से कमर दर्द में काफी आराम मिलता है। अगर रात के समय आप पीठ के बल सोते हैं तो आापकी रीढ़ की हड्डी को आराम मिलेगा। खासकर वो लोग जो हमेशा कमर के दर्द से परेशान रहते हैं, उनको रात में पीठ के बल ही सोना चाहिए। कमर दर्द से आराम पाने के लिए पीठ के बल लेटते हुए थोड़ी देर के लिए घुटनों के नीचे तकिया लगाने पर कमर की बेहतरीन स्ट्रेचिंग होती है और इससे कमर दर्द में काफी राहत मिलती है। ऐसे लोग जो लंबे समय तक सिटिंग वाला काम करते हैं, डेस्क जॉब करते हैं, उन लोगों को अक्सर पीठ और कमर दर्द की परेशानी होती है, ऐसे लोगों को पीठ के बल सोने पर शरीर के दर्द में राहत मिलती है। पीठ के बल सोने से स्पाइनल एलाइनमेंट में भी इजाफा होता है।

पीठ के बल सोने से चेहरा भी जवां रहता है Back sleeping benefits to your Face
पीठ के बल सोने से चेहरे की मांसपेशियों को आराम मिलता है और चेहरा हमेशा तरोताजा और जवां दिखता है। दूसरी तरफ जब हम पेट के बल सोते हैं तो हमारा चेहरा तकिए पर सारा दबाव डालता है और इससे तकिए के फैब्रिक पर चेहरे की त्वचा ज्यादा घिसती है। इस घिसाब से चेहरे के एसेंशियल ऑयल निकल जाते हैं और चेहरा रूखा बेजान और फटा फटा लगने लगता है। अगर लगातार त्वचा घिसती है तो इसके कारण चेहरे पर जल्द ही झुर्रियां अपना साम्राज्य दिखाने लगती है और व्यक्ति बुजुर्ग दिखने लगता है। इसलिए अगर चेहरे को जवां रखना है तो पीठ के बल सोना ज्यादा फायदेमंद माना गया है।

कंधे की मांसपेशियों का दर्द भी होगा कम
कई लोग मेहनत वाला कामकाज करते हैं जिससे उनके कंधे अक्सर दर्द करने लगते हैं। खासकर ऐसे लोग जो काफी समय से कंधे के दर्द यानी स्पॉन्डिलाइटिस से परेशान होते हैं, उन्हें भी पीठ के बल ही सोना चाहिए। पीठ के बल सोते समय एक पतला तकिया अगर गर्दन के नीचे लगा लें और सीधा सोएं तो इससे कंधे की मांसपेशियां रिलेक्स मोड में आएंगी और उनको काफी आराम मिलता है। अगर कोई कंधे के दर्द से परेशान है तो उसे पीठ के बल सोना चाहिए लेकिन किसी भी कंधे की करवट लेकर नहीं सोना चाहिए। इससे कंधे पर दबाव पड़ने पर कंधा दर्द के साथ साथ ऐंठन और सूजन का शिकार हो जाता है।

इन लोगों को नुकसान कर सकता है पीठ के बल नहीं सोना
हालांकि पीठ के बल सोने के कई फायदे हैं लेकिन कुछ परिस्थितियों में डॉक्टर भी पीठ के बल सोने से मना करते हैं। जो लोग ह्रदय रोग से पीड़ित होते हैं, उनको पीठ के बल सोने से मना किया जाता है। वहीं सांस की परेशानी से ग्रसित लोगों को भी पीठ के बल नहीं सोना चाहिए। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है उनको भी पीठ के बल नहीं सोना चाहिए। जो लोग नींद में खर्राटे लेते हैं, उनको भी पीठ के बल नहीं सोना चाहिए।