हाई बीपी के मरीजों को सफेद नमक से करना चाहिए परहेज, जानिए हाई बीपी में कैसा नमक करेगा फायदा

हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की बीमारी आजकल तेजी से फैल रही है, इसको हाइपरटैंशन भी कहते हैं। देखा जाए तो हाई बीपी की बीमारी शरीर में ब्लड प्रेशर के बढ़ने पर होती है और ये ब्लड प्रेशर अनियमित खान पान और गलत लाइफस्टाइल के चलते बढ़ता है। हाई बीपी के मरीजों के लिए […]

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हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप की बीमारी आजकल तेजी से फैल रही है, इसको हाइपरटैंशन भी कहते हैं। देखा जाए तो हाई बीपी की बीमारी शरीर में ब्लड प्रेशर के बढ़ने पर होती है और ये ब्लड प्रेशर अनियमित खान पान और गलत लाइफस्टाइल के चलते बढ़ता है। हाई बीपी के मरीजों के लिए डाक्टर कई तरह के परहेज बताते हैं जिसमें नमक का परहेज सबसे बड़ा परहेज है। हाई बीपी के मरीजों को सफेद नमक कम खाने के लिए कहा जाता है। दरअसल सफेद नमक में पाया जाने वाला ढेर सारा सोडियम हाई बीपी में खतरनाक होता है और इसलिए हाई बीपी के मरीजों को सोडियम युक्त भोजन के साथ साथ सफेद नमक से भी परहेज बनाने के लिए कहा जाता है। अगर नमक ना खाया जाए तो खाने में स्वाद नहीं आता, ऐसे में हाई बीपी के मरीजों को सेंधा नमक यानी हिमालयन सॉल्ट खाने की सलाह दी जाती है। इसे पिंक सॉल्ट भी कहते हैं लेकिन ये सेंधा नमक और लाहौरी नमक के नाम से काफी मशहूर है। इस नमक की खास बात ये है कि इसमें ढेर सारे मिनिरल्स होते हैं लेकिन सोडियम बहुत ही कम मात्रा में होता है। इसलिए इस नमक को खाने से ब्लड प्रेशर में नुकसान की संभावना कम हो जाती है।

सेंधा नमक के उच्च रक्तचाप में फायदे
हाई बीपी के मरीज अगर सफेद और सामान्य नमक की बजाय सेंधा नमक का उपयोग अपने भोजन में करें तो ये काफी फायदा करता है। सेंधा नमक में पाया जाने वाला पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है। इतना ही नहीं सेंधा नमक के उपयोग से रक्त कोशिकाओं को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता। सेंधा नमक के उपयोग से ब्रेन में स्ट्रेस बढ़ाने वाली वेसल्स रिलेक्स होती हैं और इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।

डॉक्टर कहते हैं कि हाई बीपी के मरीज सेंधा नमक का प्रयोग अपने भोजन में एक लिमिट में कह सकते हैं। भोजन के साथ साथ इसे नहाने के पानी में मिलाकर नहाया जा सकता है जिससे स्ट्रेस बढ़ाने वाली कोशिकाओं को राहत मिलती है और दिमाग को काफी आराम मिलता है और स्ट्रेस, तनाव, अवसाद दूर होता है।

इम्यून सिस्टम होगा बेहतर
सेंधा नमक को खाने से प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होती है और शरीर बदलते मौसम की मौसमी बीमारियों से लड़ पाने में कामयाब होता है। इसके सेवन से सर्दी जुकाम,खांसी और बंद नाक में राहत मिलती है। सेंधा नमक के सेवन से फेफड़ों को भी काफी आराम मिलता है। इससे श्वसन तंत्रिका ठीक होती है।

पेट के बहुत ही अच्छा है सेंधा नमक
सेंधा नमक केवल दिमागी तनाव दूर करने में ही कारगर नहीं है, इसके सेवन से पेट और पाचन तंत्र भी बेहतर होता है। सेंधा नमक के सेवन से पेट संबंधी विकारों जैसे कब्ज, पेट में दर्द और सूजन, उल्टी, मतली आदि में काफी आराम मिलता है। सेंधा नमक पेट से सभी तरह के टॉक्सिन को निकाल कर पेट को डिटॉक्सिफाई करता है जिससे पाचन तंत्र तो मजबूत होता है, साथ ही मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है।

पित्त दोष दूर करता है सेंधा नमक
सेंधा नमक की तासीर ठंडी होती है और इसलिए गर्मियों के मौसम में इसका प्रयोग काफी अच्छा होता है। इसके सेवन से पित्त दोष भी दूर होता है और स्वास्थ्य को खूब सारा पोषण मिलता है।

मांसपेशियों के दर्द को दूर करता है सेंधा नमक
आपको बता दें कि सेंधा नमक में ढेर सारे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। जिन लोगों को मांसपेशियों में दिक्कत होती है, उन्हें एक टब पानी में सेंधा नमक मिलाकर उसमें बैठने या स्नान करने से मांसपेशियों की ऐंठन खत्म हो जाती है।

सेंधा नमक मसूड़ों के लिए बेहतर है
मसूड़ों से खून आना, कमजोर मसूड़े और मसूड़ों के संक्रमण में सेंधा नमक काफी फायदेमंद होता है। अगर आपके मसूड़े सूज रहे हैं या प्लाक जम रहा है तो रोज सेंधा नमक को पानी में मिलाकर कुल्ले करने पर काफी फायदा होता है।