Shankhpushpi for Memory power: स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग जरूरी होता है। आमतौर पर लोग शरीर की सेहत का खूब ख्याल रखते हैं लेकिन दिमागी सेहत के लिए कुछ खास जतन नहीं करते। उम्र के साथ जैसे सेहत कमजोर होती है वैसे ही दिमाग पर भी असर पड़ता है और सबसे पहले याद्दाश्त (memory)कम होने लगती है। दिमाग को अगर पावर ना मिले तो दिमाग कमजोर रहता है, सही फैसले नहीं कर पाता, फोकस करने में दिक्कत होती है और मेमोरी लॉस होने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि सेहत के साथ साथ दिमाग को भी सही डाइट और सही टॉनिक दिया जाए ताकि दिमाग हमेशा दुरुस्त और मजबूत रह सके। ऐसे में आयुर्वेद में ब्रेन टॉनिक के नाम से मशहूर जड़ी बूटी शंखपुष्पी बेहद कारगर साबित होती है। ये एक बारहमासी जड़ी बूटी है जो ब्रेन की ताकत को इतना मजबूत कर देती है कि मेमोरी गजब की हो जाती है। शंखपुष्पी (Shankhpushpi) केवल दिमाग (brain)तेज नहीं करती, इसके सेहत संबंधी ढेर सारे फायदे भी हैं जो इसे खास बनाते हैं। चलिए आज जानते हैं कि शंखपुष्पी दिमाग के लिए कैसे अच्छी मानी जाती है और इसके सेहत संबंधी अन्य फायदों के बारे में सब कुछ।
शंखपुष्पी के पोषक तत्व
शंखपुष्पी को नीलकंठ भी कहा जाता है क्योंकि इसके फूल सफेद और नीले रंग के बेहद खूबसूरद दिखते हैं।
आयुर्वेद में कहा गया है कि शंखपुष्पी में याद्दाश्त बढ़ाने वाले यानी मेमोरी बूस्ट करने वाले न्यूरोप्रोटेक्शन गुण मौजूद होते हैं। इसकी मदद से दिमाग मजबूत होता है और मेमोरी तेज होती है। इतना ही नहीं शंखपुष्मी में इम्यूनोमॉड्यूलेशन और कार्डियो प्रोटेक्शन गुण भी मौजूद रहते हैं जिससे सेहत को काफी फायदा होता है। शंखपुष्पी में एंटीकोनवल्सेंट, एंटीडिप्रेसेंट, एंटीअल्सर, एंटीमाइक्रोबियल के साथ साथ एंटीटॉक्सिक गुण भी पाए जाते हैं जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं।
मेमोरी तेज करती है Shankhpushpi for Memory power
आजकल याद्दाश्त कम होना आम बात बन चुका है। ज्यादा उम्र ही नहीं कम उम्र के लोग भी आजकल बात बात पर भूलने लगे हैं। तनाव और काम के बोझ के साथ साथ व्यस्त जिंदगी के चलते मेमोरी लॉस होने आम समस्या हो चुका है। ऐसे में शंखपुष्पी में पाए जीने वाले एंटीऑक्सीडेंटस बुद्धि को प्रखर बनाने का काम करते हैं। इसके न्यूरोप्रोटेक्शन गुण याद्दाश्त को तेज करते हैं जिससे फोकस करने में भी आसानी होती है। अगर आपको मेमोरी तेज करनी है तो सुबह के समय शंखपुष्पी और गिलोय का रस,शतावरी और हरड़ के चूर्ण को एक साथ मिलाकर इनका दूध के साथ सेवन करना चाहिए। इससे मेमोरी तेज होती है और लर्निंग पावर बढ़ने लगती है।
बवासीर और कब्ज में राहत दिलाती है शंखपुष्पी
शंखपुष्पी के इस्तेमाल से आंतों को डिटॉक्स करने का काम आसानी से होता है। इससे पेट में गैस बनने की समस्या भी कम होती है और पेट स्मूद होता है। नियमित तौर पर अगर शंखपुष्पी के रस का सेवन किया जाए तो पेट संबधी समस्याएं दूर हो जाती है और कब्ज और बवासीर की परेशानी दूर हो जाती है।
मौसमी बीमारियों से बचाव करती है शंखपुष्पी
बदलते मौसम के चलते अक्सर लोग खांसी जुकाम की समस्याएं से परेशान हो जाते हैं। ऐसे में बुखार और गले में दर्द आम परेशानियां भी पैदा हो जाती हैं। ऐसी दिक्कत में शंखपुष्पी के पत्तों का रस निकालकर उसे दूध के साथ पीने से मौसमी बीमारियां दूर हो जाती है। अगर गले में अत्यधिक दर्द है तो इससे निपटने के लिए तुलसी और अदरक के रस में शंखपुष्पी का रस मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
यूरिन इंफेक्शन में आराम दिलाती है शंखपुष्पी
ज्यादा गर्मी के कारण शरीर में निर्जलीकरण यानी डिहाईड्रेशन की समस्या पैदा हो जाती है। इससे यूरिन पर असर होता है। जैसे यूरिन का रंग बदलना और यूरिन का रुक रुक कर आना। कभी कभी यूरिन में दर्द और जलन भी महसूस होती है। ऐसे में शंखपुष्पी का चूरन मददगार साबित होता है। गुड़ में शंखपुष्पी के रस को मिलाकर सेवन करने से आराम मिलता है।