sugarcane juice side effect: गर्मियां आते ही बाजार में ठंडा और मीठा गन्ने का रस बिकना शुरू हो जाता है। गन्ने के रस की बात करें तो ये ना केवल शरीर को ठंडक पहुंचाता है बल्कि शरीर में पानी की कमी दूर करता है। गन्ना का रस शरीर को काफी फायदा पहुंचाता है और खासकर गर्मियों में लू लगने से बचाता है। गन्ने के रस में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, तांबा, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जस्ता, आयरन और पोटेशियम पाया जाता है और इसके अलावा गन्ने के रस में विटामिन ए, बी1, बी2, बी3 और सी भी मौजूद होते हैं। इतने सारे फायदों के बावजूद कई लोगों के लिए गन्ने का रस नुकसानदेय भी साबित होता है। चलिए जानते हैं कि गन्ने का रस किन लोगों के लिए हानिकारक होता है और इसे पीने के क्या क्या संभावित नुकसान हो सकते हैं।
गन्ने के रस के नुकसान
वजन बढ़ा सकता है गन्ने का रस
गन्ने के रस का ज्यादा सेवन आपका वजन बढ़ा सकता है। इसमे कोलेस्ट्रोल बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं और इसलिए गन्ने के रस को पीने से वेट गेन हो सकता है। अगर आपका कोलेस्ट्रोल का लेवल हाई है तो आपको गन्ने के रस से दूर ही रहना चाहिए। कोलेस्ट्रोल के साथ साथ इसे पीने से फैट भी बढ़ सकता है क्योंकि इसमें ज्यादा चीनी पाई जाती है।
डायबिटीज में गन्ने का रस करता है नुकसान
जिन लोगों को डायबिटीज यानी शुगर की बीमारी है उन्हें गन्ने का रस नहीं पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि कई जगह गन्ने में चीनी की मात्रा अधिक होने के बावजूद भी इसे शुगर मरीजों को पीने के लिए कह दिया जाता है क्योंकि इसका जीआई यानी ग्लाइकोसेमिक इंडेक्स कम होता है। लेकिन ये गलत हो सकता है। 240 मिलीलीटर गन्ने के रस में करीब 50 ग्राम चीनी होती है, जो अंदाजन 12 चम्मच के बराबर होती है। डॉक्टर कहते हैं कि भले ही गन्ने के रस में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है लेकिन इसका ग्लाइकोसेमिक लोड यानी जीएल काफी अधिक होता है। इसका एक गिलास भी शुगर के मरीज का ब्लड शुगर बढ़ा सकता है और इसीलिए शुगर के मरीजों को गन्ने के रस से परहेज करना चाहिए।
खून को पतला कर डालता है गन्ने का रस
ऐसे लोग जो खून पतला करने की दवाई खाते हैं, उनको गन्ने के रस का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। दरअसल गन्ने के रस में पाया जाने वाला पोलिकोसनॉल तत्व शरीर में दौड़ रहे खून को पतला कर देता है। ऐसे में शरीर में कहीं चोट लगने पर, छिलने, कटने पर ब्लड क्लॉट बनने में काफी देर लगती है और खून ज्यादा बह जाता है। ऐसे में जो लोग खून पतला करने की दवा खाते हैं, उन्हें गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए।
पेट खराब कर डालता है गन्ने का रस
गन्ने का रस अक्सर सड़क की ठेली आदि पर मिलता है। यहां अगर सफाई का पूरा ध्यान नहीं रखा जाता है तो यहां बना गन्ने का रस पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में गंदगी के बैक्टीरिया इस रस के जरिए आपके पेट में पहुंचते है और आप डायरिया, अपच, मरोड़ आदि का शिकार हो सकते हैं।
शरीर को नुकसानन करता है आधा घंटा से ज्यादा देर तक रखा हुआ गन्ने का रस
गन्ने का रस हमेशा ताजा और फ्रेश पीना चाहिए। कुछ लोग मार्केट से गन्ने का जूस लाकर फ्रिज में रख देते हैं और उसे 2-3 घंटे बाद पीते हैं,ऐसा करने पर गन्ने का रस शरीर को फायदे की बजाय काफी नुकसान पहुंचाता है। अगर गन्ने के रस को आधा घंटा से ज्यादा देर तक रखा जाए तो ये ऑक्सीडाइज हो जाता है और शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है।
दो गिलास से ज्यादा गन्ने का रस करता है नुकसान
अगर आप लिमिट से ज्यादा यानी दिन भर में चार से पांच गिलास गन्ने का रस पी जाते हैं तो ये आपके शरीर को काफी नुकसान कर सकता है। इससे पाचन तंत्र तो खराब होगा ही, उल्टी, मतली और दस्त भी हो सकते हैं और आपको अनिद्रा की दिक्कत भी हो सकती है।