Newborn Care: नवजात शिशु का शरीर बहुत नाजुक होता है और उसका इम्यून सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता, जिससे वह जल्दी बीमार पड़ सकता है. ऐसे में, शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बेहद जरूरी है. खासकर सर्दियों और बदलते मौसम में शिशु को सुरक्षित रखने के लिए कुछ खास उपायों की जरूरत होती है. तो जानिए, नवजात शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए क्या करें:
मां का दूध नवजात शिशु के लिए संपूर्ण आहार होता है. इसमें मौजूद एंटीबॉडीज शिशु को संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं. खासकर प्रसव के बाद का पहला दूध (कोलोस्ट्रम) इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने में बहुत फायदेमंद होता है. शिशु को कम से कम 6 महीने तक सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए.
शिशु का शरीर संक्रमण के प्रति बेहद संवेदनशील होता है. इसलिए, उसके शरीर, कपड़ों और आसपास के वातावरण की सफाई का ध्यान रखें. बच्चे के खिलौनों और अन्य चीजों को नियमित रूप से साफ करें ताकि वह स्वस्थ रहे.
नवजात शिशु ठंड और गर्मी से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं. इसलिए, उन्हें सही तापमान पर रखना जरूरी है. सर्दियों में शिशु को गर्म और मुलायम कपड़े पहनाएं और ठंडी हवा से बचाने के लिए कपड़ों की परतें चढ़ाएं.
समय पर टीका लगवाना शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है. टीकाकरण से उसे खसरा, चिकनपॉक्स और अन्य गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है. डॉक्टर से सही टीकाकरण शेड्यूल पर चर्चा करें.
जब बच्चा 6 महीने का हो जाए, तो उसे फल, सब्ज़ियाँ और अनाज जैसे पोषक तत्वों से भरपूर ठोस आहार देना शुरू करें. इससे शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर होता है, और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है.