Hormone Imbalance: महिलाओं में आज कल PCOS की समस्या तेजी से बढ़ रही है. खास कर उन महिलाओं में जो घंटों बैठ कर हर दिन ऑफिस का काम करते रहती है. PCOS की वजह से महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म, चेहरे की त्वचा की जटिलताएं, अतिरिक्त बाल उगना और मोटापा जैसे समस्या का सामना करना पड़ता है. हालांकि इसके अलावा भी ऐसी कई चीजें है जो PCOS के बढ़ने के कारण होता है.
PCOS की समस्या की वजह से कहीं न कहीं फैटी लिवर की समस्या होने लगती है. इसके अलावा प्रजनन संबंधी जटिलताओं का भी सामना करना पड़ता है. इससे बचने के लिए आपको इसकी गंभीरता को समझते हुए इसे जल्द से जल्द ठीक करना होगा.
फैटी लीवर के बारे में कहा जाता है कि शराब पीने से यह बढ़ता है, हालांकि कुछ डॉक्टरों का मानना है कि PCOS रोगियों में बिना शराब पीए भी फैटी लीवर की समस्या होती है. जो लोग फैटी लीवर रोग के विकास को अनदेखा करते हैं, उनमें नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH), लिवर फाइब्रोसिस और सिरोसिस विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है.
PCOS और फैटी लीवर रोग की संयुक्त उपस्थिति महिलाओं के लिए एक ख़तरनाक स्थिति पैदा करती है क्योंकि इससे भविष्य में कई स्वास्थ्य जोखिम पैदा होते हैं जो हृदय संबंधी स्वास्थ्य को खतरे में डालते हैं, मधुमेह की संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और प्रजनन क्षमता को कम करते हैं.
इसे ठीक करने के लिए अपने आहार में लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा और फाइबर के साथ साबुत अनाज शामिल करें. जिसमें जामुन के साथ पत्तेदार साग, हल्दी और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त वसायुक्त मछली शामिल होनी चाहिए. सभी वयस्कों को हर हफ़्ते मध्यम तीव्रता पर कम से कम 150 मिनट व्यायाम करने की ज़रूरत होती है. शारीरिक प्रतिरोध व्यायाम इंसुलिन को उसके काम में अधिक प्रभावी बनाते हैं और साथ ही शरीर की संरचना के पैटर्न को भी नियंत्रित करते हैं. जो लोग अपनी जीवनशैली को बनाए रखने और नियमित जांच का अभ्यास करने और चिकित्सा सिफारिशों को स्वीकार करने के लिए सक्रिय कदम उठाते हैं, वे इस बीमारी पर कंट्रोल कर सकते हैं.