Lentils side effects: भारत में मध्यमवर्गीय घरों में रोज दाल बनती है। दाल (Lentils) हमारे भोजन का मुख्य हिस्सा है और दाल चावल के साथ साथ दाल (pulses)और रोटी हमारे यहां बहुत चाव से खाई जाती है। कई घरों में तो रोज दोपहर या रात के भोजन में दाल बनना जरूरी होता है। दाल एक बहुत ही पौष्टिक भोजन में शुमार की जाती है क्योंकि ये स्वस्थ रहने के लिए बहुत सारे फायदे प्रदान करती है। दाल में पाया जाने वाला ढेर सारा प्रोटीन शरीर को पूरा पोषण देता है। इसके अलावा दाल में पाया जाने वाला फाइबर भी पेट को ठीक रखता है और शरीर को कई सारे फायदे देता है। दाल शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ाती है जिससे इसे सेहत के लिए लाभकारी माना जाता है। दाल को चावल और रोटी के साथ खाए जाने के अलावा दाल बाटी चूरमा, दाल बाफले,दाल का ढोकला आदि व्यंजन बनाए जाते हैं जो देश भर में खाए जाते हैं। दाल में इतना सारा पोषण छिपा है लेकिन फिर भी अगर आप इसे लिमिट से ज्यादा खाएंगे तो ये आपके शरीर को नुकसान (Lentils side effects: )पहुंचा सकती है। जी हां, दाल अपने ढेर सारे फायदों के बावजूद कुछ परिस्थितियों में और कुछ लोगों की सेहत को नुकसान कर सकती है। चलिए आज जानते हैं कि ज्यादा दाल के सेवन से आपके शरीर को क्या क्या हानि हो सकती है।
किडनी पर बुरा असर डालता है ज्यादा दाल का सेवन
अगर बहुत दाल को ज्यादा मात्रा में खा रहे हैं तो आापको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि इससे आपकी किडनी को खतरा हो सकता है। एक शोध के मुताबिक दाल में ढेर सारा ऑक्सलेट पाया जाता है और ऐसे में अगर हम ज्यादा मात्रा में दाल का सेवन करते हैं तो इसका सीधा असर किडनी पर पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर वो लोग जिनकी किडनी कमजोर है या जो खराब किडनी की दवा खा रहे हैं, उन लोगों को दाल का सेवन सीमित मात्रा में ही करने की सलाह दी जाती है।
पेट में गैस बनाती है ज्यादा दाल
अगर आप ज्यादा दाल खा रहे हैं तो इसका सीधा असर आपके पेट और पाचन पर पड़ सकता है। ज्यादा दाल के सेवन से पेट में गैस की परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है। खासकर ऐसे लोग जिनको ज्यादा गैस बनने की समस्या होती है, उन्हें सीमित दाल का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसलिए अगर आपको गैस और ब्लोटिंग होती है तो ज्यादा दाल का मोह त्याग देना चाहिए।
वेट गेन कर सकता है ज्यादा दाल का सेवन
अगर आप ये सोचकर दाल खाते हैं कि इससे आपका वेट लॉस हो जाएगा तो आप सही है। सीमित मात्रा में दाल के सेवन से वेट कंट्रोल में रहता है। लेकिन अगर आप ज्यादा दाल का सेवन कर रहे हैं तो इसका उल्टा भी हो सकता है। आपको बता दें कि दाल में ढेर सारा प्रोटीन मौजूद होता है और अगर आप बहुत ज्यादा दाल का सेवन कर रहे हैं तो आपका वेट बढ़ सकता है। इसलिए जो लोग वेट लॉस करने की कोशिश कर रहे हैं उनको दाल का सीमित सेवन ही करना चाहिए।
गठिया और यूरिक एसिड की परेशानी बढ़ा सकती है ज्यादा दाल
दाल में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है। ये प्यूरीन अगर ज्यादा मात्रा में शरीर में जाए तो किडनी इसे फिल्टर नहीं कर पाती और ये शरीर में जोड़ों में जमा हो जाता है जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है और शरीर में गठिया का दर्द होने लगता है। अगर आप पहसे से ही गठिया से पीड़ित हैं तो आपको दाल का सीमित ही सेवन करना चाहिए। खासकर रात के समय दाल खाना बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा दिन में भी दाल का सीमित सेवन करना सही रहेगा वरना आपकी गठिया की बीमारी भयंकर रूप ले सकती है।
डायरिया कर सकता है ज्यादा दाल का सेवन
आपको बता दें कि दाल में लैक्टिन की मात्रा अधिक पाई जाती है, इसके ज्यादा सेवन से आपका पाचन तंत्र बिगड़ सकता है। दाल के ज्यादा सेवन से आपको दस्त, मरोड़, पेट में दर्द और ऐंठन हो सकती है। इसलिए आपको दाल का सीमित ही सेवन करना चाहिए। इतना ही नहीं ज्यादा दाल के सेवन से आपको बदहजमी, अपच, डिहाइड्रेशन के साथ साथ सिर दर्द भी जकड़ सकता है।
थायरॉइड का स्तर बढ़ सकता है
आपको बता दें कि अगर आप ज्यादा दाल का सेवन करते हैं तो इसमें शामिल प्रोटीन की वजह से आपके शरीर में थायरॉइड का स्तर बढ़ सकता है और ये बीमारी गंभीर हो सकती है। इसलिए अगर आप या आपके घर में कोई थायरॉइड की बीमारी से पीड़ित है तो उसे दाल का सीमित सेवन ही करना चाहिए।