Gaza Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच पिछले 15 महीनों से चल रहे युद्ध पर आखिरकार विराम लग ही गया. इसी क्रम में रविवार को हमास ने तीन इजरायली बंधकों को रिहा किया. वहीं इसके बदले इजरायल ने 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया.
संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा कि मानवीय सहायता के 630 से अधिक ट्रक घिरे हुए गाजा पट्टी में प्रवेश कर चुके हैं. उनमें से कम से कम 300 उत्तरी क्षेत्र में थे, जो युद्ध के दौरान सबसे अधिक प्रभावित स्थानों में से एक है.
हमास द्वारा रिहा किए गए और इजरायल को सौंपे गए तीन इजरायली बंधकों को उनके परिवारों के साथ फिर से मिला दिया गया, जबकि युद्ध विराम लागू होने के बाद खुश फिलिस्तीनी अपने बमबारी से तबाह हुए घरों में लौट आए .यह संघर्ष विराम समझौते का पहला चरण था जो तीन घंटे की देरी के बाद प्रभावी हुआ जब इजरायल ने हमास पर बंधकों की सूची देने में देरी करने का आरोप लगाया . फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इजरायली युद्धक विमानों ने इस दौरान गाजा पर हमला किया और 13 लोगों को मार डाला .
इज़राइली सेना ने कहा कि रोमी गोनेन, डोरोन स्टीनब्रेचर और एमिली दामारी 471 दिनों के बाद इज़राइल में अपने परिवार वालों के पास वापस आ गई. इन लड़कियों को ठीक उसी जगह छोड़ा गया जहां से उन्हें 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा एक संगीत समारोह से अगवा कर लिया गया था. इसी के बाद से दोनों के बीच युद्ध की शुरूआत हुई थी. लड़कियों की घर वापसी को लेकर इजरायली सेना ने कहा कि यही वह दिन है जिसके लिए हम 471 दिनों से लड़ रहे हैं . एमिली, डोरोन और रोमी का घर में स्वागत है.
इज़राइली सेना द्वारा जारी किए गए एक वीडियो के अनुसार तीनों लड़कियां अच्छी सेहत में दिख रही थीं . हमास द्वारा गोली मारकर अपहरण किए जाने के दिन दामारी ने अपनी दो उंगलियां खो दी थीं. हालांकि अपनी आजादी के दिन उन्हें इ दर्दों को भूल कर फिर मुस्कुराते हुए देखा गया. सामने आ रही तस्वीरों में उन्हें अपनी माँ को गले लगाते हुए देखा जा सकता था.
Emily is finally back where she belongs—safe in her mother’s arms, still smiling and stronger than ever. 💛 pic.twitter.com/ulGlAbJ17n
— Israel Defense Forces (@IDF) January 19, 2025
तेल अवीव में सैकड़ों इजरायलियों ने गाजा से लाइव प्रसारण देखा जिसमें तीन लड़कियों को सशस्त्र हमास आतंकवादियों से घिरे रेड क्रॉस वाहन में चढ़ते हुए दिखाया गया था. जब सारी लड़कियां सीमा पार कर रही थीं तो उन्होंने जयकारे लगाए .वहीं हमास ने सफाई देते हुए कहा कि बंधकों के नाम साझा करने में देरी तकनीकी कारणों से हुई थी . समस्या सुलझने के बाद, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फोन कॉल के ज़रिए तीनों बंधकों का स्वागत किया क्योंकि उन्हें सीमा पार ले जाया जा रहा था . अगर युद्धविराम जारी रहता है तो अगली अदला-बदली 25 जनवरी को होगी . समझौते के तहत हमास द्वारा चार बंधकों को रिहा किए जाने की उम्मीद है जबकि इजरायल 30-50 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा . ये पूरा समझौता तीन चरणों में पूरा होना है.