US Strikes: अमेरिका ने यमन में हवाई हमले किए है. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक इस हमले में ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों को निशाना बनाया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को अमेरिकी हितों की रक्षा कोशिश बताई है. यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में विमानवाहक पोत में लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने और यमन में एक इमारत परिसर को नष्ट करने वाले बम की तस्वीरें साझा की है.
यूएस सेंट्रल कमांड ने सोशल मीडिया पर कहा कि 15 मार्च को अमेरिकी हितों की रक्षा, दुश्मनों को रोकने और नौवहन की स्वतंत्रता को बहाल करने के लिए यमन में ईरान समर्थित हौथी लक्ष्यों के खिलाफ सटीक हमलों से युक्त कई ऑपरेशन शुरू किए है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्रुथ सोशल पर यमन में हौथी विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए ईरान को समूह के साथ संबंध खत्म करने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि आज मैंने संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना को यमन में हौथी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक और शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है. उन्होंने अमेरिकी और अन्य जहाजों, विमानों और ड्रोन के खिलाफ समुद्री डकैती, हिंसा और आतंकवाद का एक निरंतर अभियान चलाया है.
ट्रंप ने कहा कि हौथी आतंकवादियों को समर्थन तुरंत बंद होना चाहिए! ट्रंप ने दावा किया कि ये हमले हौथी विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में शिपिंग में बाधा डालने और अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने के जवाब में किए गए थे. उन्होंने हौथियों से निपटने में विफलता के लिएए पूर्व राष्ट्रपति जो बिडेन पर भी कटाक्ष किया. वहीं हौथियों ने कसम खाई है कि इन हमलों का जवाब दिया जाएगा. यमन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 24 लोगों की मौत और कम से कम नौ अन्य के घायल होने की पुष्टि की. हुथी अंसारोल्लाह ने हमलों की निंदा की और इसे ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिकी-ब्रिटिश आक्रामकता और आपराधिक क्रूरता बताया है.