Earthquake: मंगलवार की सुबह नेपाल-तीब्बत सीमा पर 7.1 तीव्रता के भूकंप के झटके ने चीन, भारत, भूटान और बांग्लादेश में कंपन पैदा कर दिया. जिसके बाद अब जान-माल के नुकसान की पहली रिपोर्ट चीन से आई, जहां शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इस भूकंप में 53 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए.
सभी देशों के स्थानीय लोगों ने मलबे, घरों के ढहने और अराजकता को दिखाते हुए वीडियो भी साझा किए. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 9:05 बजे 10 किमी (6.2 मील) की गहराई पर आया. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने भूकंप की तीव्रता 7.1 बताई.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार पहला भूकंप सुबह 6:35 बजे IST पर दर्ज किया गया. डेटा से पता चला कि इस क्षेत्र में दो और भूकंप आए. जिसका समय 7:02 बजे IST पर 4.7 तीव्रता का भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई और 7:07 बजे 30 किलोमीटर की गहराई पर 4.9 तीव्रता के झटके महसूस किए गए.
BREAKING: At least 9 people killed from 7.1 magnitude earthquake in Shigatse City in Tibet, China. - CCTV pic.twitter.com/MYtMZUPifK
— AZ Intel (@AZ_Intel_) January 7, 2025
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि भूकंप के झटके ने चीन के लोगों को पूरी तरह से हिला दिया है.
Al menos 32 personas han muerto y otras 38 resultaron heridas tras el terremoto que sacudió el Condado de Tingri, en la región autónoma del Tibet en China. Las imágenes muestran la magnitud de los daños. #earthquake #地震 #sismo pic.twitter.com/MmKd96y8wG
— Centinela35 (@Centinela_35) January 7, 2025
नेपाल एक प्रमुख भूगर्भीय दोष रेखा पर स्थित है, जहां भारतीय टेक्टोनिक प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकराती है. यह घटना हिमालय का निर्माण करती है. 2015 में 7.8 तीव्रता के एक बड़े भूकंप में लगभग 9000 लोग मारे गए और 22,000 से अधिक घायल हो गए. लगभग पांच लाख घर नष्ट हो गए. चीन के सिचुआन में 2008 में 8.0 तीव्रता के भूकंप के परिणामस्वरूप लगभग 69,180 मौतें हुईं. जिनमें सिचुआन प्रांत में 68,636 लोग शामिल थे. इस भूकंप में 18,498 से अधिक लोग लापता बताए गए और 374,176 घायल हुए.