हज के लिए सऊदी अरब के मक्का-मदीना आने वाले तीर्थयात्री गर्मी से बेहाल हैं. हज यात्रा के दौरान अब तक 98 भारतीयों की मौत हो गई है. सऊदी अरब के सरकारी टीवी ने बताया कि मक्का की ग्रैंड मस्जिद में सोमवार को तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. वहीं, गर्मी के कारण अब तक 35 पाकिस्तानी नागरिकों समेत 1000 से ज्यादा हज यात्रियों की मौत हो चुकी है. हज के लिए सऊदी अरब पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की लू से मौत हो रही है. मरने वालों में ईरान, भारत, इंडोनेशिया, मिस्र और ट्यूनीशिया के नागरिक शामिल हैं.
पाकिस्तान के हज मिशन के महानिदेशक अब्दुल वहाब सूमरो ने बताया कि 18 जून तक कुल 35 पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हो चुकी है. मक्का की ग्रैंड मस्जिद में सोमवार को तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इस बीच आसपास के धार्मिक स्थलों का तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. उन्होंने यह भी कहा कि शैतान को प्रतीकात्मक पत्थर मारने की कोशिश में कुछ लोग बेहोश हो गये.
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, मरने वालों में ज्यादातर मिस्र के नागरिक हैं. सऊदी अरब को मिस्र में 600, इंडोनेशिया के 144, भारत के 98 और जॉर्डन में 60 लोगों की मौत हुई है. बताया गया है कि 1400 लोग अभी भी लापता हैं. सऊदी अरब सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या जारी नहीं की है.
इस साल 12 से 19 जून के बीच हुई हज यात्रा के लिए 1,75,000 भारतीय मक्का पहुंचे. केरल के हज मंत्री अब्दुर रहमान ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और जेद्दा में भारतीय दूतावास को पत्र लिखा है. उन्होंने भारतीयों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की है. केरल से करीब 18 हजार 200 हाजी सऊदी अरब गए हैं. मंत्री अब्दुर रहमान ने लिखा है कि तीर्थयात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें 30 किमी दूर असीसी जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा. इसके अलावा वहां रहने की व्यवस्था भी ठीक से नहीं की गई थी.
हर साल हजारों तीर्थयात्री हज करते हैं. हालांकि, कुछ यात्री जिनके पास वीज़ा या पैसा नहीं है, वे गलत रास्ते से भी मक्का पहुंचते हैं. इस महीने की शुरुआत में, सऊदी अरब ने मक्का से हजारों अपंजीकृत हज यात्रियों को निष्कासित कर दिया था. सऊदी अरब के अधिकारियों के मुताबिक जलवायु परिवर्तन का असर मक्का पर पड़ रहा है. यहां का औसत तापमान हर 10 साल में 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है. पिछले साल हज के दौरान 240 हज यात्रियों की मौत हो गई थी. इनमें से अधिकतर इंडोनेशिया से थे. इस साल करीब 18 लाख हज यात्रियों ने हज के लिए प्रवेश किया है. इनमें से 16 लाख लोग दूसरे देशों से हैं.