Afghanistan Flooding: भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में आई अचानक बाढ़ ने हजारों जिंदगी को खत्म करके रख दिया है. इस दौरान बगलान प्रांत में आई बाढ़ में कम से कम 300 लोगों को मौत की नींद सुला दी है. जबकि, बाढ़ के पानी ने 1 हजार से ज्यादा घरों को तहस नहस कर दिया है. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र का खाद्य संगठन बाढ़ पीड़ितों की हर सहायता मदद के लिए काम कर रहा है.
न्यूज एजेंसी एपी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी ने शनिवार (11 मई) को बताया कि अफगानिस्तान में असामान्य रूप से भारी मौसमी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 1,000 से अधिक घर बेकार हो गए. विश्व खाद्य कार्यक्रम ने कहा कि वह पिछले कुछ हफ्तों में अफगानिस्तान में आई कई बाढ़ से पीड़ित लोगों को फोर्टिफाइड बिस्किट बांट रहा है.
इस दौरान पड़ोसी तखर प्रांत में आई बाढ़ से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई. इस दौरान तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "सैकड़ों की संख्या में हमारे नागरिक बाढ़ का शिकार हो गए हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं."
इस बीच तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि बदख्शां, बगलान, घोर और हेरात प्रांतों को सबसे ज्यादा प्रभावित प्रांतों में बाढ़ का असर काफी देखने को मिला है. उन्होंने कहा, "बारिश से हुई भारी तबाही" के चलते बेहद वित्तीय नुकसान" हुआ है. उन्होंने कहा कि तालिबान सरकार ने लोगों को बचाने, घायलों को ले जाने और मृतकों को निकालने के लिए सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है.
इस बीच तालिबान रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि वायु सेना ने पहले ही बगलान में लोगों को निकालना शुरू कर दिया है और बाढ़ वाले इलाकों में फंसे बड़ी संख्या में लोगों को बचाया है, जिसमें से 100 घायल लोगों को इलाके के मिलेट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. अप्रैल में देश में भारी बारिश और बाढ़ से कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई है. लगभग 2,000 घर, तीन मस्जिदें और चार स्कूल भी नष्ट हो गए हैं .