South Korea: दक्षिण कोरिया में अचानक मची उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक हफ्ते पहले रातों-रात पूरे देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया गया था. हालांकि हंगामे के बाद इसे कुछ देर के अंदर ही सांसदों द्वारा जताई गई असहमति के कारण खत्म कर दिया गया था. लेकिन अब उस परी घटना में संलिप्त अधिकारियों पर एक्शन लिया जा रहा है.
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को मार्शल लॉ लागू होने की घोषणा की थी. हालाांकि इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अब उसी मामले में अपनी भूमिका निभाने के लिए योंग-ह्यून को गिरफ्तार कर लिया गया है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने बुधवार की देर रात एक घोषणा करते हुए विपक्ष पर देश के लोकतंत्र और राष्ट्रीय स्थिरता को खतरे में डालने का आरोप लगाते हुए मार्शल लॉ की घोषणा की थी. दक्षिण कोरिया में चार दशकों में पहली बार मार्शल लॉ लागू किए जाने के बाद अचानक देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता पैदा कर दी, क्योंकि इस दौरान सैनिकों ने संसद को घेर लिया था. हालांकि कुछ ही घंटों में यूं ने नेशनल असेंबली की कड़ी फटकार और व्यापक विरोध के बाद निर्णय को पलट दिया गया. मार्शल लॉ लगभग छह घंटे तक प्रभावी रहा. घंगामे के बाद सुबह 4:30 बजे (स्थानीय समय) समाप्त हुआ.
अगले दिन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने अपने रक्षा मंत्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया क्योंकि विपक्षी दलों ने मार्शल लॉ के अल्पकालिक लागू किए जाने के लिए दोनों पर महाभियोग चलाने की मांग की. अब एक ताजा घटनाक्रम में स्थानीय मीडिया ने रविवार को बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को मार्शल लॉ घोषित करने में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है. प्रसारक YTN ने गुरुवार को बताया कि किम योंग-ह्यून पर भी यात्रा प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि उनके खिलाफ जांच की जा रही हैं. दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने मार्शल लॉ ऑपरेशन में शामिल तीन वरिष्ठ कमांडरों को निलंबित कर दिया है. जिसके तहत सैनिकों को संसद में तैनात किया गया था. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्रालय ने तीन प्रमुख पदों के धारकों के कर्तव्यों को अलग करने और निलंबित करने का आदेश दिया है . जो 6 दिसंबर की मौजूदा स्थिति से संबंधित हैं.