इजरायल ने किया सीरिया के माउंट हरमोन हिस्से पर कब्जा! जानें क्या कहता है रिपोर्ट

सीरिया में एक ओर जहां अल-असद की सरकार गिर चुकी है, वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने सीरिया के माउंट हरमोन हिस्से पर कब्जा कर लिया है. माना जाता रहा है कि सीरिया के विद्रोही समूहों ने इजरायल के साथ मिलकर ये प्लानिंग की थी. जिसमें कहा गया था कि ओर से विद्रोही दबाव बनाएंगे वहीं दूसरी तरफ से इजरायल हमला करेगा.

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Courtesy: Social Media

Mount Hermon: सीरिया में 55 सालों बाद अल-असद परिवार की गद्दी गिर चुकी है. रविवार को वहां विद्रोही समूह ने राजधानी डमस्कस पर कब्जा कर लिया. वहीं राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़ कर भाग चूके हैं. वहीं अब सऊदी अल हदथ की रिपोर्ट में बताया गया कि इजरायल रक्षा बलों ने भी रविवार को गोलान हाइट्स के सीरियाई हिस्से माउंट हरमोन पर कब्जा कर लिया. यह कदम उस समय उठाया गया जब इजरायली सेना ने इजरायल और सीरिया के बीच बफर जोन में अपनी सेना तैनात करने की घोषणा की.

रविवार को ही सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने विद्रोहियों द्वारा राजधानी दमिश्क पर कब्जा किए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही वो देश छोड़कर भाग गए. इस घटनाक्रम ने सीरिया के राजनीतिक और सैन्य संकट को और गहरा कर दिया.  

पीएम नेतन्याहू ने की घोषणा

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि मैंने आईडीएफ को बफर जोन और उसके आसपास के कमांडिंग पोजिशन पर कब्जा करने का निर्देश दिया है. हम किसी भी शत्रुतापूर्ण ताकत को अपनी सीमा पर स्थापित नहीं होने देंगे.नेतन्याहू ने यह भी कहा कि 50 साल पुराना विघटन समझौता टूट गया है, क्योंकि सीरियाई बलों ने अपनी पोजीशन छोड़ दी है.  

कई स्थानों पर सेना तैनात

रविवार को इजरायली सेना ने बफर जोन में हथियारबंद व्यक्तियों के संभावित प्रवेश के कारण गोलान हाइट्स में सेना तैनात की. एक सैन्य बयान में कहा गया कि सीरिया में हालिया घटनाओं के बाद गोलान हाइट्स के समुदायों और इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमने बफर जोन सहित कई स्थानों पर सेना तैनात की है.  

इजरायली प्रधानमंत्री ने इस घटनाक्रम को मध्य पूर्व के इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन कहा है. उन्होंने दावा किया कि बशर अल-असद का पतन ईरान और हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल द्वारा किए गए हमलों का प्रत्यक्ष परिणाम है.  

55 सालों तक अल-असद परिवार की सत्ता

1970 में बशल अल-असद के पिता हाफिज अल-असद ने भी तख्तापलट कर के सत्ता की कमान संभाली थी. उन्होंने फूट डालों राज करों नीति के तहत राजनीति कर पूरे सीरियो को अपने कब्जे में कर लिया था. आज 55 सालों बाद उनके बेट बशर को साथ भी इसी राजनीति के तहत सत्ता से हटाया गया. विद्रोहियों ने धर्म और जाति के नाम पर लोगों का बंटवारा कर देश पर कब्जा कर लिया.  

 

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