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जॉर्ज सोरोस को मिला प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम: जानिए इसका इतिहास और महत्तव

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी बिजनैसमेन जार्ज सोरोस सहित 19 लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम प्रदान किया.

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Courtesy: social media

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी बिजनैसमेन जार्ज सोरोस सहित 19 लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम प्रदान किया. इस ,सूची में पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का नाम भी शामिल है, जिन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया. आइये जाने  प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम का दिलचस्प इतिहास.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बिजनैसमेन जार्ज सोरोस सहित 19 लोगों को  प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम प्रदान किया. व्हाइट हाउस में आयोजित समारोह में राजनीति, मनोरंजन, खेल, नागरिक अधिकार, एलजीबीटीक्यू अधिकार और विज्ञान के क्षेत्रों में काम करने वालों को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

जार्ज सोरोस कुछ दिनों से भारत में भी चर्चा में रहे है. उन पर भारतीय राजनीति को भी प्रभावित करने के आरोप है. आइये जाने प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रिडम का इतिहास.

अमेरिका का नागरिक सम्मान

अमेरिका का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान 'प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम" उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जिन्होंने देश की प्रगति, मूल्यों, सुरक्षा, वैश्विक शांति, या समाज में किसी महत्वपूर्ण योगदान के माध्यम से मिसाल कायम की हो. इस सम्मान का फैसला करने का चयन अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है. यह प्रतिष्ठित सम्मान नागरिकों के साथ-साथ सेना से जुड़े लागों को भी प्रदान किया जा सकता है, और सैन्य कर्मी इसे अपनी वर्दी पर गर्व से पहन सकते हैं.

जॉन एफ कनेडी ने की शुरुआत

"प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम" की शुरुआत का इतिहास दूसरे विश्व युद्ध से जुड़ा है. 6 जुलाई 1945 को, उस समय के राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन ने उन लोगों की सेवाओं को सम्मानित करने के लिए "मेडल ऑफ फ्रीडम" की स्थापना की, जिन्होंने युद्ध के दौरान अमेरिका और दुनिया के लिए योगदान दिया था. इसके लिए उन्होंने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर 9586 पर हस्ताक्षर किए. बाद में, 1963 में, राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी ने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर 11085 के माध्यम से इस सम्मान को नए रूप में पुनः स्थापित किया और इसका नाम बदलकर "प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम" कर दिया. इसके साथ ही, इस सम्मान का विस्तार विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को शामिल करने के लिए कर दिया गया.

पहली लिस्ट में शामिल हुआ केनेडी का नाम

प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम की पहली सूची का चयन जॉन एफ. केनेडी ने किया था, लेकिन यह सम्मान उनके उत्तराधिकारी द्वारा प्रदान किया गया. 22 फरवरी 1963 को केनेडी ने इस सम्मान की स्थापना के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन 6 दिसंबर 1963 को जब पहली बार यह मेडल प्रदान किया गया, तब तक उनकी हत्या हो चुकी थी. इस घटना के बाद केनेडी का नाम भी इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए मरणोपरांत शामिल किया गया.

यह सम्मान किसी व्यक्ति को एक से अधिक बार भी दिया जा सकता है. उदाहरण के तौर पर, कॉलिन पॉवेल को दो बार इस सम्मान से नवाजा गया, जिसमें दूसरी बार उन्हें "प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम" विद डिस्टिंक्शन प्राप्त हुआ. एल्सवर्थ बंकर भी इस सम्मान को दो बार पाने वालों में शामिल हैं, और दोनों बार उन्होंने विशिष्टता के साथ यह सम्मान प्राप्त किया.

कैसा होता है प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम 

प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम एक नीले रिबन पर लगा मेडल होता है. इसका कलर राष्ट्रपति के मुहर जैसा होता है. इस पर एक बड़ा सफेद स्टार लगा होता है. सफेद स्टार पर 13 छोटे-छोटे गोल्डन स्टार लगे होते है. बड़े सफेद स्टार के पीछे लाल रंग का पेंटागन लगा होता है. इस मेडल के पीछे उस व्यक्ति का नाम भी छपा होता है, जिसे ये मिलना होता है.

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