Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सोमवार को लिबरल पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा देने की संभावना जताई जा रही है. द ग्लोब एंड मेल ने रविवार को सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी. इस कदम के पीछे पार्टी के भीतर ट्रूडो के समर्थन में गिरावट और कई सर्वेक्षणों के नतीजे हैं, जो दिखाते हैं कि यदि आज चुनाव होते हैं, तो पियरे पोलिएवर की नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी लिबरल्स को सत्ता से बाहर कर सकती है.
जस्टिन ट्रूडो जो अब 53 वर्ष के हैं, अपने राजनीतिक करियर के मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, ट्रूडो का इस्तीफा बुधवार को होने वाली एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कॉकस बैठक से पहले आ सकता है. एक सूत्र ने द ग्लोब एंड मेल को बताया कि प्रधानमंत्री यह महसूस करते हैं कि उन्हें कॉकस से पहले अपने इस्तीफे की घोषणा करनी चाहिए, ताकि यह न लगे कि उन्हें अपने ही सांसदों द्वारा पद से हटाया गया है.
ट्रूडो के इस्तीफे के बाद पार्टी नेतृत्व के बदलने की प्रक्रिया अभी स्पष्ट नहीं है. सूत्रों के अनुसार, पार्टी के भीतर यह चर्चा हो रही है कि क्या ट्रूडो नए लीडर के चयन तक प्रधानमंत्री के पद पर बने रहेंगे या नहीं. इसके अलावा, लिबरल पार्टी को एक अंतरिम नेता नियुक्त करना होगा या पार्टी वोट द्वारा नया नेता चुन सकती है.
सूत्रों ने यह भी बताया कि ट्रूडो ने वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक के साथ यह चर्चा की थी कि क्या वे अंतरिम नेता और प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभालने के लिए तैयार होंगे. यह बातचीत यह संकेत देती है कि पार्टी के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की दिशा पर विचार किया जा रहा है.
2013 में, जब लिबरल पार्टी संकट में थी, ट्रूडो ने पार्टी के नेता के रूप में कार्यभार संभाला था. लेकिन अब, 12 साल बाद, पार्टी को नेतृत्व परिवर्तन की आवश्यकता महसूस हो रही है. हाल ही में आए नैनोस रिसर्च के 31 दिसंबर के सर्वेक्षण में कंजर्वेटिव पार्टी को 46.6% समर्थन मिला है, जो लिबरल पार्टी से 26 अंक आगे है. इस सर्वेक्षण से यह स्पष्ट होता है कि अगर चुनाव आज होते हैं, तो कंजर्वेटिव पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिल सकता है.
जस्टिन ट्रूडो का संभावित इस्तीफा कनाडा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है. जहां एक ओर उनके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लिबरल पार्टी को अपने भविष्य के नेता की तलाश करनी होगी. आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि पार्टी इस संकट का समाधान कैसे करती है और ट्रूडो के बाद किस नेता को लाया जाता है.