Pakistan-occupied Kashmir: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर ( PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में बिजली और आटे के बढ़ते दामों को लेकर चल रही हड़ताल आज भी जारी रही. ऐसे में पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ की सरकार ने इस प्रदर्शन के आगे अपने घुटने टेक लिए हैं. इसके साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बड़ा फैसला लिया. पाक पीएम ने आजाद जम्मू और कश्मीर के लिए 6.8 करोड़ डॉलर के राहत पैकेज देने का एलान किया है. बता दें, कि पीओके में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर पीएम शहबाज शरीफ ने चिंता जाहिर की थी.
इस दौरान उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखते हुए कहा था कि आजाद जम्मू और कश्मीर के हालात को लेकर बेहद चिंतित हूं. उन्होंने कहा था कि दुर्भाग्य से अराजकता और असहमति के हालातों में हमेशा कुछ लोग ऐसे होते हैं जो राजनीतिक लाभ उठाने के लिए दौड़ पड़ते हैं. जबकि बहस, चर्चा और शांतिपूर्ण विरोध लोकतंत्र की सुंदरता हैं. इस दौरान शरीफ ने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेने और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि मैंने आजाद जम्मू और कश्मीर के पीएम से बात की है. इसके साथ ही आजाद कश्मीर में सभी पीएमएल-एन पदाधिकारियों को एक्शन कमेटी के नेताओं से बात करने का निर्देश दिया है. मैं सभी दलों से अपनी मांगों के समाधान के लिए शांतिपूर्ण तरीके से कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं. विरोधियों की तमाम कोशिशों के बावजूद उम्मीद है कि मामला जल्द ही सुलझ जाएगा."
इस बीच, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद पाकिस्तान सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं. बीते शनिवार को पुलिस और आन्दोलनकारियों के बीच झड़पें हुईं थीं, जिसमें एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. वहीं, प्रदर्शनकारियों और राज्य सरकार के बीच बातचीत ना होने के बाद पीएम शहबाज शरीफ ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी.
पीओके के लोग पांच दिनों से आटे और बिजली की बढ़ी हुई कीमतों, बढ़ती महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि , जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व में पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में लंबा मार्च निकाला गया था. जेएएसी कोर कमेटी के लोगों का कहना है कि बातचीत में कोई समाधान न निकलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुजफ्फराबाद की ओर कूच करने का फैसला किया था.