Ishaq Dar on Pahalgam Attack: पाकिस्तान सरकार की ओर से पहलगाम हमले की निंदा की गई. हालांकि उनके ही विदेश मंत्री इशाक डार ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार को हुए हमले में शामिल अपराधियों को स्वतंत्रता सेनानी बताया है. उन्होंने अपना यह बयान पाकिस्तानी की मीडिया से बात करते हुए दी है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की ओर से इस हमले को पहले भी घरेलू विवाद बताया गया था. इसके बाद उन्होंने 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों को मारने वाले हैवानों को स्वतंत्रता सेनानी बताया है. उन्होंने कहा कि वहां हमले करने वाले स्वतंत्रता सेनानी हो सकते हैं.
इशाक डार की इस टिप्पणी के कई मतलब बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि भारत द्वारा लिए गए एक्शन से पाकिस्तानी मंत्री क्रोधित हैं. मंत्री का यह बयान भारत के उस एक्शन के बाद आया है, जिसमें भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा को रद्द करना था. सिंधु जल संधि को निलंबित करने के मुद्दे पर डार ने कहा कि पाकिस्तान में 240 मिलियन लोगों को पानी की जरूरत है. इसे रोका नहीं जा सकता है. ऐसा करना युद्ध की कार्रवाई के समान माना जाएगा. उन्होंने किसी भी तरह के गलत एक्शन को स्वीकार नहीं किया जाएगा. डार ने यह भी चेतावनी दी कि यदि भारत पाकिस्तान को धमकाता है या उस पर हमला करता है, तो देश भी इसी तरह का जवाब देगा. उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान पर सीधे हमला किया जाता है, तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
सिंधु जल संधि को निलंबित करने और पानी को तत्काल प्रभाव से रोके जाने के बाद गुस्से में पाकिस्तान सरकार ने कहा कि इस तरह से निर्धारित पानी को आने से रोके जाने पर इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. भारत में सीसीएस बैठक होने के बाद शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में पाकिस्तान में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक की गई. जिसमें शिमला समझौते को खत्म करने का फैसला लिया गया. साथ ही उन्होंने पानी रोके जाने का विरोध भी किया. बयानबाजी को आगे बढ़ाते हुए पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने दावा किया कि भारत पूरे पाकिस्तान में हमले की योजना बना रहा है.