America: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का समय नजदीक आने वाला है, जबकि इस बात की खुशी भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के हिंदुओं में इसका उत्साह देखने को मिल रहा है. इसी बीच आज यानि रविवार को अमेरिका के वाशिंगटन में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का बड़े धूम धाम से मनाया गया है. इतना ही नहीं वाशिंगटन में रहने वाले भारतीय हिंदूओं ने अयोध्या वे स्ट्रीट में स्थित श्री अंजनेय मंदिर में एक कार एवं बाइक रैली का आयोजन करके अमेरिका की सड़कों को भगवा रंग से रंगीन कर दिया गया है.
दरअसल अमेरिका में रहने वाले भारतीय हिंदू नागरिकों ने राम मंदिर के उद्घाटन का जश्न मनाने के लिए घरों में पांच दीये जलाने की प्लानिंग कर रहे हैं. वहीं अमेरिका में राम मंदिर के निर्माण कार्य की खुशी में कई कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी चल रही है. जबकि अलग-अलग शहरों में कार रैलियां निकालने के साथ राममंदिर के उद्घाटन की लाइव स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी. इसके बावजूद सामुदायिक सभाएं और वॉच पार्टियां भी आयोजित की जाएगी.
विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका के अधिकारी अमिताभ मित्तल ने बताया कि, अयोध्या में कई दशकों के बाद राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. इसलिए हम अमेरिका में भी इस ऐतिहासिक दिन का जश्न बहुत धूम-धाम से मनाएंगे. वहीं समारोह में 1 हजार से ज्यादा मंदिरों एवं व्यक्तियों की भागीदारी होगी.
इतना ही नहीं लोगों की सुविधा के लिए वेबसाइट भी लॉन्च की गई है, जबकि अमेरिका में रहने वाले सारे भारतीय इस अद्भुत दिन का आनंद ले सकते हैं. इतना ही नहीं समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा, हमने अमेरिका में रहने वाले हिंदूओं से आह्वान किया है कि वे प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने के लिए घर में कम से कम पांच दीये जरूर जलाएं. जबकि अमेरिका के लोगों में राम मंदिर के लिए बहुत उत्साह देखा जा रहा है.
वहीं अमेरिका में रहने वाले हिंदू समुदाय के डॉ. भरत बराई ने बताया कि, हम सभी भारतीयों के लिए ये मौका सपने के सच होने के जैसा है. मगर हमने कभी नहीं सोचा था कि, हम कभी भी यह दिन आंखों से नहीं देख पाएंगे. जबकि अब तो जश्न मनाने का समय नजदीक है. उनका कहना है कि, राम मंदिर के निर्माण के लिए अनगिनत लोगों ने मेहनत किया है, हमारा मन है कि हम जल्द ही अयोध्या जाएं.
दरअसल राम मंदिर के उद्घाटन के बाद भी राम भक्तों को भगवान राम की प्रतिमा को छूने का मौका नहीं मिलेगा. वहीं भक्तों को गर्भगृह में भी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, सारे लोग करीब 35 फीट की दूरी से ही भगवान के दर्शन कर पाएंगे. जबकि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में यह व्यवस्था गर्भगृह की पवित्रता को बनाए रखने के लिए की गई है. इतना ही नहीं हिंदू धार्मिक मान्यता के मुताबिक मंदिर के गर्भगृह में सिर्फ राजा और मंदिर के पुजारी को ही जाने का अधिकार होता है.