PM Modi-Donald Trump Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस में अहम द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार और रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. यह बैठक ऐसे समय में हुई जब ट्रंप ने भारत के व्यापारिक माहौल की आलोचना की थी और अमेरिकी निर्यात पर लगने वाले शुल्क को लेकर कड़े कदम उठाने की बात कही थी.
ताहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक
राष्ट्रपति ट्रंप ने पुष्टि की कि उनकी सरकार ने 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी ताहव्वुर राणा को भारत को सौंपने की मंजूरी दे दी है. राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, वर्तमान में लॉस एंजिल्स की जेल में बंद है और 2008 के आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा हुआ है. ट्रंप ने उसे "बहुत ही दुष्ट व्यक्ति" करार देते हुए कहा कि उसे भारत में न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है.
F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स उपलब्ध
भारत और अमेरिका ने रणनीतिक रक्षा साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई है. ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका जल्द ही भारत को F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स उपलब्ध कराएगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अरबों डॉलर के सैन्य उपकरण बेचे जाएंगे, जिससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और गहरा होगा.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ा समझौता हुआ है, जिससे अमेरिका भारत के लिए शीर्ष तेल और गैस आपूर्तिकर्ता बन सकता है. उन्होंने भारत में अमेरिकी वस्तुओं पर लगने वाले 70% तक के ऊंचे टैरिफ को एक "बड़ी समस्या" बताया और कहा कि यह असमानता दूर करने के लिए दोनों देशों को व्यापारिक सुधार करने होंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने धन्यवाद दिया
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को ताहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा, "भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे. सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए निर्णायक कार्रवाई जरूरी है."
ट्रंप ने भारत की उच्च टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए कहा कि भारत व्यापारिक शुल्क के मामले में दुनिया का सबसे मजबूत राष्ट्र रहा है. वे बहुत ऊंचे टैरिफ लगाते हैं. मैं उन्हें दोष नहीं देता, लेकिन यह अलग तरह का व्यापार मॉडल है.
उन्होंने आगे कहा कि भारत में व्यापार करना कठिन है क्योंकि उनके पास कड़े व्यापारिक नियम और ऊंचे शुल्क हैं. अब हम नया तरीका अपनाएंगे ‘जो शुल्क तुम लगाओगे, वही हम भी लगाएंगे.
ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की यह बैठक भारत-अमेरिका संबंधों के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकती है. दोनों देशों ने व्यापार, रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का वादा किया है. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह फैसले भारत-अमेरिका साझेदारी को किस हद तक प्रभावित करते हैं.