Putin-Kim Meeting: पुतिन-किम की यारी दुनिया पर पड़ा भारी, रूस जा रहे तानाशाह किम जोंग उन

Putin-Kim Meeting: रूस और यूक्रेन के बीच कई महीनों से जंग जारी है. इस बीच अब यह खबर आई है कि रूसी राष्ट्र पति व्लासदिमीर पुतिन उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मिलने रूस जाने वाले हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किम जोंग उन यूक्रेन युद्ध के लिए क्रेमलिन को हथियार […]

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Putin-Kim Meeting: रूस और यूक्रेन के बीच कई महीनों से जंग जारी है. इस बीच अब यह खबर आई है कि रूसी राष्ट्र पति व्लासदिमीर पुतिन उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मिलने रूस जाने वाले हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किम जोंग उन यूक्रेन युद्ध के लिए क्रेमलिन को हथियार सप्लानई को लेकर बातचीत आगे बढ़ाने वाले हैं. इस बात का दावा अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने किया है.

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन कहा है कि, अमेरिका के पास जानकारी है कि उत्तर कोरियाई नेता हथियार समझौता वार्ता पर बात को आगे बढ़ाएंगे. वॉटसन ने कहा, कि किम जोंग उन को उम्मीद है कि ये चर्चाएं आगे भी जारी रहेंगी, रूस में नेता स्तर की राजनयिक भागीदारी भी शामिल होगी.

इससे पहले भी हाल ही में रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने उत्तर कोरिया की यात्रा की थी, जिस दौरान प्योंगयांग को रूस को युद्धक सामग्री, मिसाइल और गोला-बारूद बेचने के लिए मनाने की कोशिश भी की थी. वहीं एनएससी के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसके इनकार के बावजूद, उत्तर कोरिया ने निजी तौर पर नियंत्रित वैगनर सैन्य समूह द्वारा उपयोग के लिए 2022 में रूस को पैदल सेना के रॉकेट और मिसाइलों की आपूर्ति की.

वॉटसन ने आगे कहा कि, “हम डीपीआरके से अपील करते हैं कि वह रूस के साथ हथियार के बारे में बातचित बंद कर दें और प्योंगयांग द्वारा रूस को हथियार न देने या न बेचने की सार्वजनिक प्रतिबद्धताओं का पालन करे.

खबरों के मुताबिक बता दें कि, पुतिन और किम ये मीटिंग उत्तर कोरिया के करीब रूस के बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक में होने की संभावना है. राजधानी प्योंगयांग से बाहर न जाने वाले किम अब रूस के प्रशांत तट पर बख्तरबंद ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं. दोनों की मुलाकात इससे पहले साल 2019 में हुई थी. पुतिन उत्तर कोरिया से तोप के गोले और टैंक रोधी मिसाइलों को हासिल करना चाहता है जबकि किम को क्रेमलिन उपग्रहों और परमाणु से चलने वाली पनडुब्बियों के लिए टेक्नोालॉजी की जरूरत है.