Israeli Iron Dome: इस समय पूरी दुनिया में जंग का माहौल बन रहा है. वही इजरायल पर हमास, ईरान, लेबनान और रूस जैसे कई देश हमला कर रहें है. ईरान मिसाइल से अटैक का सामना इजरायल आयरन डोम सिस्टम से कर रहा है. जिसके कारन उनका ये ड्रोन सिस्टम चर्चा में बना हुआ है. इस आयरल ड्रोन से इजरायल अपने देश के सभी हिस्सों को बचा सकता है. लेकिन इसकी भी एक कमजोरियां हैं.
क्या है आयरन डोम
दरअसल, एक मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम के हिसाब से ये आयरन डोम चलता है जिसे इजरायल को रॉकेट, आर्टिलरी शेल और मोर्टार फायर से बचाने के लिए बनाया गया है. यह सिस्टम कई रडार और इंटरसेप्टर मिसाइलों का इस्तेमाल करता है. जब यह किसी खतरे का पता लगाता है, तो तुरंत उस पर प्रतिक्रिया करता है और उसे नष्ट करने का प्रयास करता है. इस सिस्टम की सफलता दर काफी अधिक है, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियाँ भी हैं. आयरन डोम की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि यह केवल छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों के खिलाफ ही कारगर है. जब बड़े पैमाने पर मिसाइल हमलों की बात आती है, तो सिस्टम की क्षमताएँ सीमित हो जाती हैं.
उदाहरण के लिए, यदि कई मिसाइलों को एक साथ दागा जाता है, तो आयरन डोम को उन सभी का सामना करने में कठिनाई हो सकती है. रूस के पास एस-400 और एस-500 जैसे एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम हैं, जो अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हैं और उच्च ऊंचाई पर उड़ने वाली मिसाइलों को रोक सकते हैं. इस प्रकार, यदि रूस के पास आयरन डोम के खिलाफ कोई तकनीकी समाधान है, तो यह इजरायल के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है.
मध्य पूर्व क्षेत्र में भी खास है आयरन डोम
रूस ने अपनी सैन्य वास्तुकला में कई उन्नत तकनीकों को शामिल किया है जो इजरायल के आयरन डोम को चुनौती दे सकते हैं. उनका एस-400 सिस्टम इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह लंबी दूरी की मिसाइलों का भी पता लगाने और उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है. इज़राइल का आयरन डोम न केवल उसकी सुरक्षा में बल्कि पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.