Starship Rocket Test: स्पेसएक्स ने गुरुवार को अपने नवीनतम स्टारशिप रॉकेट का परीक्षण किया, जो इस साल का पहला और कंपनी का सातवां परीक्षण मिशन था. हालांकि, लॉन्च के बाद आठ मिनट में स्टारशिप रॉकेट अपने ऊपरी चरण में तकनीकी खराबी के कारण नष्ट हो गया.
टेक्सास के बोका चिका लॉन्च सुविधा से रॉकेट ने शाम 5:38 बजे (ईएसटी) उड़ान भरी. स्पेसएक्स के संचार प्रबंधक डैन हुओट ने लाइव स्ट्रीम पर बताया कि रॉकेट के सुपर हैवी फर्स्ट स्टेज बूस्टर ने सफलतापूर्वक वापसी की और विशाल यांत्रिक भुजाओं, जिन्हें 'चॉपस्टिक' कहा जाता है, के जरिए कैच किया गया. हालांकि, उड़ान के आठ मिनट बाद स्टारशिप के ऊपरी चरण से संपर्क टूट गया. जिसके बाद यह मलबे के रूप में बिखर गया.
सोशल मीडिया पर रॉकेट के मलबे का वीडियो तेजी से वायरल हो गया. स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने भी इस वीडियो को साझा करते हुए मजाक में लिखा, 'मनोरंजन की गारंटी है.' स्पेसएक्स ने इस बार रॉकेट को नई तकनीक और अपग्रेडेड सिस्टम के साथ लॉन्च किया था. परीक्षण उड़ान में 10 डमी उपग्रह शामिल थे, जो स्टारलिंक इंटरनेट उपग्रहों के आकार के थे. मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष यान के प्रदर्शन का आकलन करना और भविष्य के मिशनों के लिए इसे तैयार करना था.
Success is uncertain, but entertainment is guaranteed! ✨
— Elon Musk (@elonmusk) January 16, 2025
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रिपोर्ट्स के अनुसार स्टारशिप के ऊपरी चरण में विसंगति हुई, जो इसके नुकसान का कारण बनी. पिछले साल मार्च के बाद यह पहली बार था जब रॉकेट का ऊपरी चरण विफल हुआ. हालांकि, बूस्टर कैच टावर को मजबूत किया गया था और इस बार यह सफल रहा. एलन मस्क ने स्टारशिप को भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए तैयार करने का लक्ष्य रखा है. नासा ने इस दशक के अंत में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने के लिए स्टारशिप की एक जोड़ी आरक्षित की है. मस्क की महत्वाकांक्षाएं इससे भी आगे हैं.उनका लक्ष्य मंगल ग्रह पर मिशन भेजना है.
गुरुवार को ही फ्लोरिडा से जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन ने अपने न्यू ग्लेन रॉकेट की पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की. रॉकेट ने कक्षा में एक प्रायोगिक उपग्रह स्थापित किया, लेकिन पहले चरण का बूस्टर अटलांटिक में लक्षित लैंडिंग में विफल हो गया. दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली रॉकेटों में से एक, स्टारशिप, अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नई क्रांति लाने की क्षमता रखता है. हालांकि इस परीक्षण में विफलता मिली, यह भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण सीख लेकर आया है.