Spike NLOS India: भारत स्पाइक एंटी टैंक NLOS गाइडेड मिसाइल इजरायल ने दी है जो दुश्मनों का ‘काल’ है. यह मिसाइल इतना ताकतवर है कि पहाड़ों में छिपे दुश्मन का भी खात्मा कर सकती है. इस मिसाइल से भारतीय वायुसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा. भारत के दोस्त इजरायल ने हाल ही में भारतीय वायुसेना को स्पाइक एंटी टैंक NLOS गाइडेड मिसाइल दी हैं. इससे पड़ोसी देश पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. भारत के लिए LAC और LOC दोनों ही मोर्चों पर कई चुनौतियां हैं.
एक तरफ चीन बार-बार LAC पर भारत के हिस्से में घुसपैठ करता है तो दूसरी तरफ LOC के ज़रिए पाकिस्तान आतंक की खेप को बार-बार हिंदुस्तान में भेजने की कोशिश करता है, लेकिन सैन्य रणनीति के लिहाज़ से भारत को एक बड़ा हथियार मिला है और वो हथियार है स्पाइक NLOS एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है.
NLOS एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की खासियत-
भारत ने यह मिसाइल इजरायल से खरीदी हैं, जिनका जल्द ही ट्रायल शुरू हो सकता है. इस मिसाइल के अपने कई फायदे है. इसके पुराने वर्जन को कंधे पर रखकर दागा जाता था, लेकिन इसका जो नया वर्जन है उसे हेलीकॉप्टर से दागा जा सकता है, जो सीधे टारगेट का पीछा करके उसे ध्वस्त कर देता है. इसके अलावा, इस मिसाइल की दूसरी खूबी ये भी है कि, लॉन्चिंग के वक्त लॉन्च करने वाले एयरक्राफ्ट को इससे खतरा भी नहीं होता है.
बेहद ताकतवर है ये मिसाइल-
Spike NLOS में उन अलग-अलग हथियारों को भी लगाया जा सकता है, जो टैंक, एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह करने के लिए बनाए गए हैं. यह मिसाइल आबादी वाले इलाके में जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए हवा में ही टारगेट को तबाह कर सकती है. यही नहीं ये 30 किलोमीटर की दूरी तक दुश्मन के ठिकाने को तबाह करने में सक्षम है. इससे उन लंबी दूरी के टारगेट्स को हिट किया जा सकेगा जो पहाड़ों में छिपे होते हैं.
अब तक इन देशों को इजराइल दे चुका है मिसाइल-
दुनिया के 39 देशों ने इस मिसाइल के अलग-अलग वेरिएंट इजराइल से खरीदे हैं. अभी जो भारत ने मिसाइल खरीदी है, उनकी संख्या सीमित है, लेकिन मेक इन इंडिया के ज़रिए भारत इन मिसाइलों की बड़ी संख्या में मैन्युफैक्चरिंग स्वदेश में ही कर सकता है. भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और फिलीपींस ने भी इजरायल से इन मिसाइलों को खरीदा है.