विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ रही है. इस बीच, भारत के मौसम विज्ञान के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों ने कहा है कि मजबूत मौसम विज्ञान सेवाएं विकास की दिशा में अहम भूमिका निभाती हैं. साउलो, एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय जलवायु वैज्ञानिक ने भारत को विकासशील देशों के लिए आदर्श बताया और कहा कि इसके उन्नत मौसम विज्ञान नेटवर्क ने विकासशील देशों को अपने प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में सहायता प्रदान की है.
साउलो ने भारत के मौसम विज्ञान विभाग के काम की सराहना करते हुए कहा, "भारत ने जो कदम उठाए हैं, वे विकासशील देशों के लिए एक आदर्श उदाहरण हैं. यहां के मौसम विज्ञान विभाग ने प्रभावी तरीके से न केवल मौसम की भविष्यवाणी की है, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए भी जरूरी रणनीतियां विकसित की हैं." उन्होंने यह भी कहा कि भारत का अनुभव इस बात का प्रमाण है कि मजबूत और सटीक मौसम विज्ञान सेवाएं एक देश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कितनी महत्वपूर्ण हो सकती हैं.
मौसम विज्ञान सेवाएं आजकल सिर्फ मौसम की जानकारी देने तक सीमित नहीं रही हैं, बल्कि ये प्राकृतिक आपदाओं से निपटने, कृषि उत्पादन को बढ़ाने, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का प्रबंधन करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं. साउलो ने उदाहरण देते हुए कहा, "भारत ने अपने मौसम विज्ञान सेवाओं के माध्यम से आपदा प्रबंधन को बेहतर बनाया है और यह सुनिश्चित किया है कि सही समय पर सही जानकारी मिल सके."
भारत जैसे देशों के प्रयासों को ध्यान में रखते हुए, साउलो ने विकासशील देशों को भी मौसम विज्ञान सेवाओं में निवेश करने की सलाह दी. उनका मानना है कि इन सेवाओं के माध्यम से विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है. "मौसम विज्ञान सेवाएं सिर्फ एक रिपोर्ट नहीं हैं, बल्कि ये एक देश के सामाजिक और आर्थिक ढांचे की मजबूती के लिए एक अहम उपकरण हैं," साउलो ने कहा.
भारत का मौसम विज्ञान क्षेत्र न केवल देश के लिए, बल्कि अन्य विकासशील देशों के लिए भी एक प्रेरणा है. साउलो की बातों से यह साफ है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए मजबूत और सटीक मौसम विज्ञान सेवाओं की आवश्यकता है. ऐसे प्रयासों से न केवल प्राकृतिक आपदाओं से बचाव संभव है, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक विकास में भी सहायक साबित हो सकता है.
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