US Pauses Military aid to Ukraine: यूक्रेन का खराब समय शुरू हो चुका है. रूस से जंग लड़ रहे यूक्रेन के सर से अब अमेरिका ने भी हाथ पीछे कर लिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई तीखी बहसे के बाद सोमवार को अमेरिका ने यूक्रेन को सभी सैन्य सहायता देने से मना कर दिया है.
ओवल ऑफिस में मीडिया के सामने हुई बहसे के कुछ दिनों बाद ही अमेरिका ने ये एक्शन लिया है. जिसके कारण यूक्रेन का सबसे ज्यादा सहयोगी करने वाले देश का समर्थन भी अब संदेह के घेरे में आ गया है.
यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता रोकने की जानकारी देते हुए ब्लूमबर्ग ने रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि जब तक ट्रम्प यह तय नहीं कर लेते कि देश के नेता शांति के लिए सद्भावनापूर्ण प्रतिबद्धता को नहीं मान लेते हैं तब तक अमेरिका यूक्रेन को सभी मौजूदा सैन्य सहायता रोक रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार सभी अमेरिकी सैन्य उपकरण जो वर्तमान में यूक्रेन में नहीं हैं, उन पर रोक लगाई जाएगी. जिसमें विमान और जहाजों पर पारगमन में या पोलैंड में पारगमन क्षेत्रों में प्रतीक्षा कर रहे हथियार शामिल हैं . रिपोर्ट के अनुसार यह आदेश शुक्रवार को वाशिंगटन में ओवल ऑफिस में ट्रम्प और ज़ेलेंस्की की बैठक के दौरान सार्वजनिक रूप से हुई बहस के कुछ दिनों बाद आया है.
यूक्रेनी नेता खनिजों के सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए अमेरिका में थे, लेकिन भविष्य में रूसी आक्रमण के खिलाफ ट्रम्प प्रशासन से सुरक्षा गारंटी मांगने के बाद यह समझौता विफल हो गया . डोनाल्ड ट्रम्प ने जनवरी में यूक्रेन की सैन्य सहायता जारी रखी थी. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जनवरी में घोषणा की थी कि वे इजरायल और मिस्र को दिए जाने वाले अनुदानों को छोड़कर, 90 दिनों के लिए विदेशी सहायता अनुदान रोक देंगे.
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एक आंतरिक ज्ञापन में कहा था कि जब तक प्रत्येक प्रस्तावित नए पुरस्कार या विस्तार की समीक्षा और स्वीकृति नहीं हो जाती, तब तक नए पुरस्कारों या मौजूदा पुरस्कारों के विस्तार के लिए कोई नया फंड बाध्य नहीं किया जाएगा. हालांकि इसके बाद भी यूक्रेन को सैन्य सहायता जारी रही. लेकिन जब ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बातें बिगड़ी तो अमेरिका ने इसे यूक्रेन पर भी लागू कर दिया.