Ariha Shah: जर्मनी के फोस्टर होम में रहने वाली भारतीय बच्ची अरिहा शाह की मां धारा शाह ने शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. अरिहा की मां धारा शाह की मांग है कि उनकी बेटी को भारतीय समुदाय के साथ आजादी का जश्न मनाने की इजाजत मिले. अरिहा की माता-पिता का कहना है कि वह जर्मन दूतावास जाकर उनसे अनुरोध करेंगे कि 15 अगस्त के दिन उसकी बेटी को भारतीय समुदाय के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाने की अनुमति दी जाए. यह उनका सांस्कृतिक अधिकार है.
अरिहा की मां धारा शाह ने बताया कि इसी साल जून में कोर्ट ने अरिहा को जर्मन चाइल्ड सर्विस दी थी. उन्होंने बताया पिछली मुलाक़ात के दौरान हमने कुछ गिफ्ट दिए थे वे हमें लौटा दिए गए हैं. हमें नहीं पता कि वह कहां है और किस हाल में है, हम उसकी सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं.
इस बीच भारत सरकार ने बच्चे की शीघ्र वापसी के लिए जर्मनी पर दबाव डाला है और कहा है कि बच्चे को उसके भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवेश में रहना जरूरी है. वहीं जर्मन अधिकारियों ने कहा है कि बच्ची को उसके भारतीय माता-पिता की ओर से परेशान करने के बाद ही उसे फोस्टर होम में रखा गया था.
आखिर क्या है मामला-
आपको बता दें कि अरिहा शाह का जन्म साल 2021 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था. अरिहा के पिता भावेश शाह गुजरात के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है वो धारा के साथ 2018 में बर्लिन चले गए. अरिहा सात महीने की थी जब उसे 23 सितंबर 2021 को जर्मन अधिकारी फॉस्टर होम ले गए थे. उस समय जर्मन अधिकारियों ने उन पर आरोप लगाया था कि, अरिहा के साथ उनके परिवार वालों ने दुर्व्यवहार किया है.
दरअसल, सितंबर 2021 में अरिहा की दादी ने उसे गलती से चोट पहुंचा दी थी. जिसके बाद अरिहा को अस्पताल ले जाया गया तो जर्मन अधिकारी को शक हो गया कि अरिहा के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है. जिसके बाद जर्मन अधिकारियों ने उसके माता-पिता के खिलाफ बाल यौन शोषण का मामला भी दर्ज किया था. हालांकि जर्मन अधिकारियों ने हमले के आरोप हटा दिए लेकिन फिर भी उनकी लापरवाही के लिए उसके माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया है.