Eid 2025: भारत में हुआ चांद का दीदार, आज मनाया जाएगा ईद का त्योहार

Eid 2025: भारत में रविवार को ईद के चांद का दिदार हुआ. जिसके बाद आज दिल्ली, मुंबई और बिहार जैसे बड़े राज्यों में ईद मनाया जाएगा. हालांकि दक्षिण राज्यों में सउदी के हिसाब से ही ईद मनाई जाती है. इसी के साथ आज से रमजान का पावन महीना खत्म हो जाएगा.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Eid 2025: रमजान के पवित्र महीने का आज ईद-उल-फ़ितर के त्योहार के साथ समापन हो जाएगा. पूरे भारत में आज ही यानी (31 मार्च) को ईद मनाया जाएगा. रविवार यानी की 30 मार्च की रात को चांद की पुष्टि हुई, जिसके साथ ही औपचारिक रूप से शव्वाल की शुरुआत हो गई. 

शव्वाल इस्लामी चंद्र कैलेंडर का 10वां महीना कहा जाता है. इसी के साथ करोडों भारतीय मुसलमानों के लिए एक महीने तक चलने वाले उपवास की अवधि समाप्त हो गई. भारतीय मुसलमान ईद सऊदी अरब  में चांद दिखने के आधार पर मनाते हैं. जिस दिन वहां चांद दिखता है, उसके अगले दिन भारत में चांद दिखने के बाद ईद मनाया जाता है. 

शव्वाल के चांद दिखें

सऊदी अरब और व्यापक मध्य पूर्व में ईद-उल-फ़ितर पहले ही शुरू हो चुकी है, शनिवार की रात को सऊदी अरब की चांद-दर्शन समिति ने शव्वाल के चांद के दिखने की पुष्टि की. जिसके बाद रविवार यानी कई देशों में 30 मार्च को ईद-उल-फ़ितर का पहला दिन मनाया गया. यह त्योहार रविवार को पूरे राज्य और यूएई में मनाया गया, इस अवसर पर पारिवारिक कार्यक्रम और प्रार्थनाएं की गईं. जो लोग नहीं जानते, उनकी जानकारी के लिए बता दें कि इस्लामी दुनिया, परंपरा के अनुसार, चांद दिखने के आधार पर ईद मनाती है, इसलिए यह त्योहार अक्सर दुनिया भर में अलग-अलग दिनों पर मनाया जाता है. इस खास दिन पर मुस्लिम समुदाय के लोग अपनों से गले मिलकर बधाई देते हैं. साथ ही हर घर में दावत दी जाने की भी परंपरा है. आज के दिन खास तौर पर ईद की नमाज पढ़ी जाएगी.

रमजान का पावन महीना खत्म

भारत में आमतौर पर ईद-उल-फितर सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों में त्योहार मनाने के एक दिन बाद मनाया जाता है. इस साल, लाखों भारतीय मुसलमान 31 मार्च को विशेष प्रार्थनाओं, उत्सव के भोजन और उपहारों के आदान-प्रदान में एक-दूसरे के साथ शामिल होंगे. त्योहार के इस अवसर पर रमजान की आध्यात्मिक तीर्थयात्रा समाप्त होगी. केरल अपनी विशेष ईद परंपरा के लिए जाना जाता है. दक्षिणी राज्य भारत में चांद दिखने की परवाह किए बिना, सऊदी अरब के समान ही ईद-उल-फितर मनाता है. केरल की अधिकांश मुस्लिम आबादी अपनी संस्कृति के हिस्से के रूप में वर्षों से ऐसा करती आ रही है.

Tags :