शादी एक बहुत ही पवित्र रिश्ता है. जब दो लोग सात फेरे लेकर इस बंधन में बंधते है तो बहुत सारे वादे करते है. एक दुसरे से वफादारी की कसमें खाते है. हमेशा साथ रहने का वचन देते है. एक-दूसरे के प्रति अपने पूरे जीवन में वफादार रहने का वादा करते हैं. साथ ही भरोसा दिलाते है कि वो कभी भी एक-दूसरे को धोखा नहीं देंगे. हालांकि, ऐसा भी होता है जबकि भारत में 60% जोड़े अपने विवाह में बहुत खुश हैं, वहीं 40% जोड़े हैं जो विवाहित होने के बावजूद एक अजनबी के साथ रिश्ता बनाए रखते हैं.
जब कोई एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर करता है तो उसकी अपनी वजहें बताता है. लेकिन कई जगह घरेलू हिंसा, शारीरिक असंतुष्टि, भावनात्मक संबंध की कमी, जल्दी विवाह करना, बातचीत की कमी, ध्यान की कमी, अकेलापन, बच्चों के प्रति जिम्मेदारी, गलत कारणों से विवाह करना, जीवन में विभिन्न प्राथमिकताएं होने के कारण. ऐसी कई चीजों के कारण, रिश्ते में रोमांस की कमी आ जाती है जिस कारण लोग एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर करते हैं.
विवाह के रिश्ते में किसी तीसरें की एंट्री इस रिश्ते को तबाह कर देती है. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण लोगों के घर बर्बाद हो जाते हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की शुरूआत होती कहा से है.
ऑफिस
ऑफिस एक ऐसी जगह है जहां हम अपना सबसे ज्यादा समय बिताते हैं. सबसे ज्यादा एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की शुरुआत दफ्तर में होती है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि ऑफिस एक ऐसा स्थान है जहां लोग अलग-अलग तरह के लोगों से मिलते जुलते है. और करीब से जानते है.
जिम
जिम में वर्कआउट करते समय भी लोगों के बीच एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर शुरू हो जाता है. फिलहाल, इस मामले में, महिलाएं पुरुषों की तुलना में आगे हैं. इसका कारण यह है कि जब महिला जिम में होती है, तो वह अपने ट्रेनर के साथ न केवल शारीरिक रूप से करीब महसूस करती है, बल्कि इस समय वह उससे भावनात्मक रूप से जुड़ जाती है.
पार्टी
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की शुरुआत कभी- कभी लोगों के घर से भी हो जाती है. कुछ अफेयर परिवार के कार्यक्रमों के दौरान शुरू होते हैं. धीरे-धीरे दोनों किसी-किसी से प्यार में पड़ते हैं. जो उनके बच्चों के लिए भी अच्छा नहीं होता है.
सोशल मीडिया
आज कल सोशल मीडिया पर रिश्ता बनाना आम बोत हो गई है. इसका कारण है कि अधिकांश लोग सोशल मीडिया के माध्यम से अपने एक्स से दुबारा मिलते हैं. इस समय वे एक-दूसरे के साथ अपने पुराने दिनों की कल्पना करना शुरू करते हैं और यह सोचते हैं कि अगर वे साथ रहते तो उनका जीवन कैसा होता.