डायबिटीज के मरीजों को खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. उनकी डाइट में अगर थोड़ी सी गड़बड़ी हुई तो उनका शुगर लेवल बढ़ जाता है. जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित होता है. शुगर के मरीजों को दैनिक जीवन में मीठा खाने की सख्त मनाही होती है. इसलिए हमेशा उनका मीठा खाने का मन करता है, मगर वो नहीं खा पाते और अपना मन मार लेते हैं. इस हालात में कई डायबिटीज के मरीज यह जानना चाहते हैं कि क्या मीठे में वो पपीता जैसे फल का सेवन को दैनिक जीवन में खा सकते हैं. क्या पपीता उनकी सेहत के लिए फायदेमंद है? तो इस बात का जवाब पीएसआरआई हॉस्पिटल की इंचार्ज डायटीशियन डॉ. देबजानी बनर्जी ने दिया है जिसे हम आपको बताने वाले हैं.
पपीता खाने पर डॉक्टरो की सलाह
डॉ. देबजानी बनर्जी का कहना हैं कि डायबिटीज के मरीज पपीता का हर दिन सेवन कर सकते हैं. इससे उन्हें किसी प्रकार का डर नहीं हैं. मगर पपीता का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है, इसका ग्लूकोज अब्सॉर्प्शन कैपिसिटी 60 के नजदीक होता है, इस स्थिति में इसका सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा कम होता है.
पपीता का अधिक सेवन खतरनाक
पपीता में फ़्लेमोनोइड्स की मात्रा अधिक होती हैं जो एक नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट्स हैं. ये शरीर में ब्लड शुगर को रेग्यूलेट करने में योगदान प्रदान करती है. एक रिसर्च ने दावा किया कि शुगर के मरीज़ों के लिए यह फल बेहद लाभकारी है. मगर इसको ज्यादा मात्रा में खाने से नुकसान भी हो सकता है. दूसरे तरफ सवाल उठता है कि एक दिन में कितना पपीता खाना चाहिए तो बात दें आप एक दिन में एक बाउल पपीता का खा सकते हैं. साफ शब्दों में समझे तो 200 ग्राम से लेकर ढाई सौ ग्राम पपीता का सेवन एक दिन में किया जा सकता है. मगर इस बात का ध्यान रखें की रोज़ रोज़ बिल्कुल भी पपीते का सेवन न करें.