LifeStyle: प्राचीनकाल से ही देखा गया है कि,इंसान पेड़ों से प्राप्त होने वाली चीजों का उपयोग करते आ रहा है. पेड़ एक ऐसी प्राकृतिक चीज है जो, जनमानव के लिए हमेशा से उपयोगी है. कई पेड़- पौधों से दवाईयां बनाई जाती है. साथ ही इनकी पत्तियां, छालें, जड़ें अधिक लाभकारी है. परन्तु आज हम आपको पेड़ के औषधीय गुणों के बारे में बताएंगे.
अर्जुन का रासायनिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना कहा जाता है. अर्जुन का कच्चा फल है वो हरे रंग का होता है. परन्तु पक जाने पर भूरे लाल रंग का हो जाता है. अगर औषधि के रूप में इसकी बात करें तो इसकी छाल एवं फल का अधिक इस्तेमाल किया जाता है. इसकी छाल में पाए जाने वाले रासायनिक तत्व जैसे कि सोडियम, मैग्नीशियम,कैल्शियम कार्बोनेट को विशेष माना जाता है.
पुरानी कहावत है कि, जिस पेड़ के नीचे बैठने से शोक नहीं होता है, उस पेड़ को अशोक कहा जाता है. वहीं अशोक को सराका इंडिका भी कहा जाता है. जानकारी के अनुसार अशोक की छाल को कूट-पीसकर पानी में डाल कर रख दें. इसके बाद इस पानी को कपड़े से छानकर अगर महिलाएं दूध में मिलाकर पिएं तो उनके पीरियड्स के दर्द में अधिक राहत मिलेगी. साथ ही उस पानी को सुबह खाली पेट पीने से खूनी बवासीर में खून का बहना रूक जाता है.
नीम का रासायनिक नाम अजाडिरक्टा इंडिका बोला जाता है. वहीं नीम में निम्बिडिन, निम्बोस्टेरोल, मार्गोसीन, स्टियरिक, निम्बिनिन, एसिड, पामिटिक एसिड, ओलिव एसिड,ग्लूकोसाइड, एल्केलाइड, वसा तथा अम्ल की भरपूर मात्रा में मौजूद है. अगर नीम की पत्ती को पीसकर बालों में लगाया जाएं तो, इससे सर में पैदा होने वाले जूं भी मर जाते हैं.