बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को चढ़ाएं मालपुआ का भोग, ऐसे करें तैयार
बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है. इस दिन विद्यार्थी पूजा करते हैं और माता से बुद्धि की कामना करते हैं. वहीं माता को भोग लगाने के लिए इस दिन खास पकवान भी तैयार किया जाता है. जिसमें एक पकवान पुआ भी है. आज हम आपको मालपुआ बनाने की विधि के बारे में बताएंगे.
Malpua Recipe: भारतीय संस्कृति में बसंत पंचमी का त्यौहार का खास महत्व है. इस दिन सभी लोग सरस्वती माता की पूजा करते हैं और उनसे विद्या का आर्शीवाद मांगते हैं. इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी को मनाई जाएगी. इस दिन माता को प्रसन्न करने के लिए उनके पसंदीदा प्रसाद का भोग लगाया जाता है. उनके पसंदीदा भोगों में एक मालपुआ भी होता है.
मालपुआ न केवल स्वादिष्ट होता है, माना जाता है यह माता सरस्वती को बहुत प्रिय भी है. इस दिन जब मालपुआ बनाकर देवी सरस्वती को भोग लगाया जाता है तो इसे आशीर्वाद और कृपा प्राप्त करने का एक विशेष तरीका माना जाता है. आइए आज हम आपको मालपुआ बनाने की आसान रेसिपी के बारे में बताते हैं. इस रेसिपी से आप मालपुआ तैयार कर इस बसंत पंचमी को और भी खास बना सकते हैं.
ऐसे बनाएं मालपुआ
मालपुआ बनाने का खास तरीका होता है. साथ ही तैयार करने के लिए खास सामग्रियों की जरूरत होती है. ऐसे में आप सभी तैयारी पहले कर लें, जिससे की मालपुआ बनाते वक्त किसी भी तरीके की आपको कोई परेशानी ना हो. साथ ही मालपुआ और भी ज्यादा टेस्टी बनें
सामग्री
1 कप मैदा
1/2 कप चीनी
1/2 कप दूध
1/4 चम्मच इलायची पाउडर
1/4 चम्मच केसर
तलने के लिए घी या तेल
1 कप चीनी
विधि
एक बड़े प्याले में मैदा लें और इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालकर मिला लें.
फिर इसमें धीरे-धीरे दूध डालकर चिकना घोल बना लें. घोल बन जानें के बाद इसे 30 मिनट के लिए अलग रख दें.
अब एक कड़ाही में घी या तेल गर्म करें और बैटर की छोटी-छोटी बॉल्स बनाकर तल लें. मालपुओं को सुनहरा होने तक तल लें और फिर प्लेट में निकाल लें.
अब चाशनी बनाने के लिए एक पैन में चीनी और पानी डालकर गर्म करें. चाशनी को 5-7 मिनट तक पकाएं और जब यह गाढ़ा हो जाए तो मालपुआ को चाशनी में डुबो दें.
आपका मालपुआ प्रसाद तैयार है. मालपुआ चढ़ाने के अलावा आप देवी को हल्दी, किसी भी तरह की पीली मिठाई और फल भी चढ़ा सकते हैं.
देवी सरस्वती का पसंदीदा रंग पीला है, इसलिए आप केसर के साथ पीले चावल भी चढ़ा सकते हैं.
इसके अलावा फल में बेर, मको और शकरकंद जरूर रखना चाहिए.